हिंदी माध्यम नोट्स
एक और एक ग्यारह होना मुहावरे का अर्थ क्या है | एक और एक ग्यारह होना मुहावरे का वाक्य प्रयोग
ek aur ek gyarah hona sentence in hindi muhawara meaning एक और एक ग्यारह होना मुहावरे का अर्थ क्या है | एक और एक ग्यारह होना मुहावरे का वाक्य प्रयोग ?
41. एक के तीन बनाना = अधिक मुनाफा कमाना।
प्रयोग-व्यापारियों की सामान्य प्रवृत्ति एक के तीन बनाने की होती है।
42. एक और एक ग्यारह होना = मेल से शक्ति बढ़ जाना।
प्रयोग – तुम दोनों भाई मिलकर फैक्ट्री चलाओ, फिर देखो कितना लाभ होता है, क्योंकि एक और एक ग्यारह होते हैं।
43. एक हाथ से ताली न बजना = किसी एक पक्ष का दोष न होना।
प्रयोग-अगर तुम दोनों में मुकदमा चल रहा है तो दोनों एक-दूसरे से असंतुष्ट होंगे, क्योंकि एक हाथ से ताली कभी नहीं बजती।
44. एक ही थैली के चट्टे-बट्टे होना = एक जैसी प्रवृत्ति वाले होना।
प्रयोग-आजकल के नेता, चाहे वे जिस पार्टी के हों, स्वार्थी हैं। देश का कल्याण कोई नहीं चाहता, क्योंकि वे सभी एक थैली के चट्टे-बट्टे हैं।
45. ओखली में सिर देना = जान-बूझकर मुसीबत में पड़ना।
प्रयोग-जब फौज में भरती हुआ हूँ तो मौत से क्या डरना । मैंने तो अपने आप ओखली में सिर दिया है।
46. औंधे मुँह गिरना = बड़ी हानि होना।
प्रयोग- शेयर मार्केट के औंधे मुँह गिरने से उसे भारी नुकसान हो गया।
47. ओठ फड़कना = क्रोध आना।
प्रयोग-शिव-धनुष को टूटा देखकर परशुराम के ओठ फड़कने लगे।
48. ओठ चबाना = क्रोध को पी लेना।
प्रयोग- नशेड़ी पिता द्वारा माँ की पिटाई देखकर युवा पुत्र ओठ चबाकर रह गया।
49. औंधी खोपड़ी का होना = मूर्ख होना।
प्रयोग- विभीषण ने तो तुम्हारे हित की बात कही थी और तुमने उसे लात मार कर भगा दिया यह तो साबित करता है कि तुम (रावण) औंधी खोपड़ी के हो।
50. कलेजे पर साँप लोटना = ईर्ष्या से जलना।
प्रयोग-जब से मेरा बेटा आई. ए. एस. बना है, तब से पड़ोसियों के कलेजे पर तो मानो साँप लोट गया है।
51. कलेजा ठण्डा होना = शान्ति मिलना।
प्रयोग-पिता के हत्यारे को फाँसी की सजा मिलने पर मोहन का कलेजा ठण्डा हो गया।
52. कान में तेल डालकर बैठना = सुनी-अनसुनी करना ।
प्रयोग-मैं कब से आपसे गुहार लगा रहा हूँ, पर आप तो जैसे कान में तेल डालकर बैठे हैं।
53. कान काटना = होशियार होना।
प्रयोग-यह देखने में बच्चा है, पर क्रिकेट में बड़ों-बड़ों के कान काटता है।
54. काजल की कोठरी होना = कलंक से बच न पाना।
प्रयोग-पुलिस विभाग को आप काजल की कोठरी मानिए । बड़े-बड़े ईमानदार भी पुलिस में नौकरी करके इस काजल की कोठरी में दागदार हो गये।
55. कूप-मण्डूक होना = सीमित ज्ञान होना।
प्रयोग-तुम तो निरे कूप-मण्डूक हो, अपनी दुकान के बाहर भी कभी झाँक लिया करो, तब पता चलेगा कि दुनिया कहाँ से कहाँ पहुँच गई है।
56. कान का कच्चा होना = सुनी हुई बातों पर विश्वास कर लेना।
प्रयोग-अधिकारी के लिए कान का कच्चा होना ठीक नहीं माना जाता।
57. कटे पर नमक छिड़कना = दुखी का दुःख और बढ़ाना ।
प्रयोग-वह परीक्षा में अनुत्तीर्ण हो जाने से वैसे ही दुखी था अब आप उसे वज्रमूर्ख बताकर कटे पर नमक छिड़कने का काम कर रहे हैं।
58. कंठ का हार होना = अत्यंत प्रिय होना।
प्रयोग- इकलौती संतान माता-पिता के कंठ का हार बन जाती है।
59. कलेजे पर पत्थर रखना = दिल को मजबूत का लेना।
प्रयोग-युवा पुत्र की मौत को माँ-बाप कलेजे पर पत्थर रखकर ही झेल पाते
60. कलेजा धक-धक करना = भयभीत होना
प्रयोग-जब लुटेरों ने चलती बस में हथियार निकाल लिए तो सभी यात्रियों कर कलेजा धक-धक करने लगा।
61. काठ का उल्लू होना = मूर्ख होना।
प्रयोग-यार बार-बार जेब कटवा लेते हो मुझे तो तुम पूरे काठ के उल्लू लगते हो।
62. कनकौए उड़ाना = व्यर्थ की बात करना।
प्रयोग- हमेशा कनकौए उड़ाते रहते हो, कभी तो अक्ल की बात किया करो।
63. कान पर जू न रेंगना = सुनी-अनसुनी कर देना।
प्रयोग-मैंने कितनी बार आपसे अपने ऋण को चुकाने के लिए कहा है, पर आपके कान पर जूं तक नहीं रेंगती।
64. खयाली पुलाव पकाना = हवाई किले बनाना, असम्भव कल्पनाओं में लीन रहना।
प्रयोग- आपका यह सोचना कि मेरी चुनावी जीत होने पर मुख्यमन्त्री मेरे ही दल का बनेगा, बिलकुल असम्भव बात है। हाँ, खयाली पुलाव पकाने से भला आपको कौन रोक सकता है।
65. खटाई में पड़ना = व्यवधान आ जाना।
प्रयोग-अच्छा-भला दीक्षान्त समारोह हो रहा था, पर कर्मचारियों की हड़ताल हो गई। अब तो मामला खटाई में पड़ा जान पड़ता है।
66. खाक छानना = मारा-मारा फिरना।
प्रयोग- बेरोजगारों को नौकरी पाने के लिए दर-दर की खाक छाननी पड़ती
67. खून का प्यासा होना = जानी दुश्मन ।
प्रयोग-अंग्रेजों के लाठी चार्ज में लाला लाजपत राय के घायल होने की खबर सुनकर भगत सिंह अंग्रेजों के खून के प्यासे हो गये।
68. गहरा हाथ मारना = अधिक लाभ कमाना।
प्रयोग- शहर के इतने बड़े रईस की लड़की से विवाह करके आपने तो गहरा हाथ मारा है।
69. गुल खिलाना = अनुचित आचरण करना।
प्रयोग- आप तो केवल व्यापार में लगे रहते हो, इसीलिए आपको नहीं पता कि आपकी पुत्री कॉलेज में क्या गुल खिला रही है।
70. गागर में सागर भरना = कम शब्दों में अधिक बात कहना।
प्रयोग-बिहारी ने दोहे जैसे छोटे छंद में अपनी प्रतिभा के बलबूते गागर में सागर भर दिया है।
Recent Posts
सारंगपुर का युद्ध कब हुआ था ? सारंगपुर का युद्ध किसके मध्य हुआ
कुम्भा की राजनैतिक उपलकियाँ कुंमा की प्रारंभिक विजयें - महाराणा कुम्भा ने अपने शासनकाल के…
रसिक प्रिया किसकी रचना है ? rasik priya ke lekhak kaun hai ?
अध्याय- मेवाड़ का उत्कर्ष 'रसिक प्रिया' - यह कृति कुम्भा द्वारा रचित है तथा जगदेय…
मालकाना का युद्ध malkhana ka yudh kab hua tha in hindi
malkhana ka yudh kab hua tha in hindi मालकाना का युद्ध ? मालकाना के युद्ध…
कान्हड़देव तथा अलाउद्दीन खिलजी के संबंधों पर प्रकाश डालिए
राणा रतन सिंह चित्तौड़ ( 1302 ई. - 1303 ) राजस्थान के इतिहास में गुहिलवंशी…
हम्मीर देव चौहान का इतिहास क्या है ? hammir dev chauhan history in hindi explained
hammir dev chauhan history in hindi explained हम्मीर देव चौहान का इतिहास क्या है ?…
तराइन का प्रथम युद्ध कब और किसके बीच हुआ द्वितीय युद्ध Tarain battle in hindi first and second
Tarain battle in hindi first and second तराइन का प्रथम युद्ध कब और किसके बीच…