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क्लीमेन्सन अपचयन , वोल्फ किश्नर , फेलिंग विलयन & टॉलेन अभिकर्मक से क्रिया
अपचयन :
LiAlH4 , NaBH4 , H2/Ni की उपस्थिति में एल्डिहाइड के अपचयन से 10 ऐल्कोहल बनते है जबकि कीटोन के अपचयन से 20 एल्कोहल बनते है।
क्लीमेन्सन अपचयन (Clemenson deprecation):
यह कार्बोनिल यौगिकों को एल्केन में अपचयित कर देता है , इस क्रिया में -CO- समूह -CH2– समूह में बदल जाता है। इसमें जिंक अमलगम व सान्द्र HCl उत्प्रेरक काम में लेते है।
वोल्फ किश्नर (Wolf Kishner) :
जब कार्बोनिल यौगिको के हाइड्रेज़ोन व्युत्पन्नों को एथिलीन ग्लाइकोन तथा KOH के साथ गरम किया जाता है तो एल्केन बनती है।
ऑक्सीकरण :
अम्लीय KMnO4 , क्षारीय KMnO4 , अम्लीय K2Cr2O7 , तनु HNO3 , टॉलेन अभिकर्मक , फेलिंग विलयन आदि द्वारा एल्डिहाइड ऑक्सीकृत होकर कार्बोक्सिलिक अम्ल बनते है।
HCHO + (O) → H-COOH
CH3-CHO + (O) → CH3-COOH
R-CHO + (O) → R-COOH
फेलिंग विलयन से क्रिया (reaction from Failing Solutions) :
यह दो विलयनों को मिलाने से बनता है।
फेलिंग विलयन(A) : यह कॉपर सल्फेट का जलीय विलयन है।
फेलिंग विलयन (B) : यह सोडियम पोटेशियम टार्टरेट (रिशेल लवण) व NaOH का जल में बना रंगहीन विलयन है।
- सभी एल्डिहाइड फेलिंग विलयन के साथ क्यूप्रस ऑक्साइड का लाल विलयन बनाते है।
R-CHO + 2Cu2+ + 5OH– → Cu2O + R-COO– + 3H2O
नोट : यदि उपरोक्त समीकरण न हो तो निम्न समीकरण भी लिख सकते है।
R-CHO + 2CuO → Cu2O + R-COOH
- टॉलेन अभिकर्मक से क्रिया (Tollen reagent reaction):
AgNO3 में NH4-OH मिलाने पर टॉलेन अभिकर्मक बनता है।
AgNO3 + NH4-OH → AgOH + NH4NO3
Ag2O भी NH4OH से क्रिया कर लेता है तथा [Ag(NH3)2]OH बना लेता है इसे टॉलेन अभिकर्मक कहते है।
Ag2O + 4NH4OH → 2[Ag(NH3)2]OH + 2H2O
सभी एल्डिहाइड टॉलेन अभिकर्मक से क्रिया करके रजत दर्पण बनाते है।
R-CHO + 2[Ag(NH3)2]OH → 2Ag + 4NH3 + H2O + R-COOH
Or
R-CHO + Ag2O → 2Ag + R-COOH
नोट : कीटोन टॉलेन अभिकर्मक व फेलिंग विलयन को अपचयित नहीं करते है।
प्रश्न 1 : एथेनॉल व प्रोपेनोन में विभेद के लिए एक परिक्षण लिखो।
उत्तर : एथेनॉल टॉलेन अभिकर्मक से क्रिया करके रजत दर्पण बनाता है जबकि प्रोपेनोन यह परिक्षण नहीं देता।
CH3-CHO + Ag2O → 2Ag + CH3-COOH
CH3-CO-CH3 + Ag2O → XXXXXXXX
प्रश्न 2 : बेन्जेल्डिहाइड तथा एसिटोफिनोन में विभेद के लिए एक परिक्षण लिखिए।
उत्तर : बेन्जेल्डिहाइड टॉलेन अभिकर्मक से क्रिया करके रजत दर्पण बनाता है जबकि एसिटोफिनोन यह परिक्षण नहीं देता।
C6H5-CHO + Ag2O → C6H5-COOH + 2Ag
C6H5-CO- CH3 + Ag2O → XX
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