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Biology
अलैंगिक जनन क्या है asexual reproduction परिभाषा , प्रकार तथा उदाहरण
अलैंगिक जनन क्या है asexual reproduction in hindi परिभाषा , प्रकार तथा उदाहरण definition and types अलैंगिक जनन(asexual reproduction):- प्रत्येक जीव के जीवन का प्रारंभ एक कोशिका से होता है यदि यह एक कोशिका एक ही जनक द्वारा प्रदान की गई तो इसे अलैगिक जनन कहते है। अलैगिक जनन में बनी संतति आपस मेंतथा जनको से समान रखती है। अलैगिक जनन में बनी संतति आपस में आकारिकी एवं आनुवाँशिक रूप से आपस में तथा जनकों के समरूप होती है अतः इन्हें क्लोन कहते है।…
जनन क्या है , परिभाषा तथा प्रकार reproduction definition and types in hindi
reproduction definition and types in hindi जनन क्या है , परिभाषा तथा प्रकार जनन(reproduction):- प्रत्येक जीव अपने समान ही नया जीव संतति उत्पन्न करता है इस क्रिया को जनन कहते है। जनन के द्वारा पीढियों में निरन्तरता बनी रहती है तथा किसी जीव की मृत्यु होने पर भी उसकी जाति का असितत्व बना सकता है। जनन के प्रकार (types of reproduction) :…
जीवन अवधि परिभाषा तथा जीवनकाल श्रेणी Life term definition and lifetime range
Life term definition and lifetime range जीवन अवधि परिभाषा तथा जीवनकाल श्रेणी जीवन- अवधि:- किसी जीव के जन्म को लेकर प्राकृतिक मृत्यु की अवधि को जीवन अवधि कहते है। किसी जीव की जीवन अवधि का उसके आकार से कोई सम्बद्ध नहीं होता है जैसे:- फसली पादप(Cropped crop) - 4-6 माह गुलाब (Rose) …
पर्यावरण के मुद्दे (Environmental Issues) 12 वीं नोट्स हिंदी में
Environmental Issues notes in hindi 12th class पर्यावरण के मुद्दे (Environmental Issues) 12 वीं नोट्स हिंदी में प्रदूषण(pollution) क्या है , वायु…
वनोन्मूलन क्या है , परिभाषा , deforestation के कारण, प्रभाव , रोकथाम के उपाय
deforestation definition causes effects preventions वनोन्मूलन क्या है , परिभाषा कारण, प्रभाव , रोकथाम के उपाय वनोन्मूलन(Vannomoolan):- वनोन्मूलन के कारण शीतोषण क्षेत्रों के वनों में 1 प्रतिशत तथा उष्ण कटिबन्धीय वनों में 40 प्रतिशत की कमी आयी है। भारत में वनों का प्रतिशत:- 20 वीं सदी के प्रारंभ में 30 प्रतिशत 20 वीं सदी के अन्त में 19.4 प्रतिशत वन होने चाहिए राष्ट्रीय वन नीति के अनुसार मैदानी क्षेत्रों में 33 प्रतिशत और पहाडी क्षेत्रों में 67 प्रतिशत…
संसाधनो के अनुचित अनुरक्षण व प्रयोग द्वारा निम्नीकरण maintenance and use of resources
(Degradation by improper maintenance and use of resources) संसाधनो के अनुचित अनुरक्षण व प्रयोग द्वारा निम्नीकरण:- प्रदूषण के साथ-2 प्राकृतिक संसाधनों के सही तरीके से प्रयोग न करने के कारण भी इनका निम्नीकरण होता है जैसे:- 1 मृदा अपरदन व मृरूथलीकरण:- मनुष्य के निम्न क्रियाकलापो के कारण मृदा अपसदन होता है। 1 कृर्षि के कारण वनों को काटा जाना 2 नगरीकरण 3 सिंचाई के गलत तरीके 4 अबाधिक चराई इस प्रकार उपरोक्त कारणों से शुष्क मृदा खण्ड बन जाते है तथा इनके मिलने से मरूस्थल का निर्माण होता है। जलाक्रांति व मृदा लवणता…
ओजोन अवक्षय परत व इसके प्रभाव कारण , प्रभाव रोकथाम के उपाय Ozone depletion layer
Ozone depletion layer ओजोन अवक्षय परत व इसके प्रभाव , कारण , प्रभाव(effects) , रोकथाम के उपाय/प्रयास क्षोभमण्डल में मौसम संबंधी परिवर्तन होते है। जबकि समताप मण्डल में ताप लगभग स्थिर रहता है। तथा इसमें अच्छा ओजोन पाया जाता है जो हानिकारक पराबैंगनी विकिरणों से हमारी रक्षा करता है ओजोन परत की मोटाई इकाई डॉबसन यूनिट (du) है। ओजोन अवक्षय परत व इसका कारण:- ओजोन परत की मोटाई में कमी आने के कारण ओजोन स्थिर पतला होता जाता है इस क्रियाको ओजोन अवक्षय कहते है। अटाँर्कटिका क्षेत्र में ओजोन की खतबस्तुत अधिक पतली हो गयी है तथा इसे ओमोन छिद्र कहते है। पराबैंगनी किरणों की उपस्थिति में ओजोन आॅक्सीजन में विघटित होती रहती है तथा पुनः ओजोन का निर्माण भी होता रहता है। O3 ⇌ O2 +…
ग्रीन हाउस प्रभाव (Green House Effect) पौध घर प्रभाव क्या है , रोकथाम के उपाय
(Green House Effect in hindi ) ग्रीन हाउस प्रभाव पौध घर प्रभाव रोकथाम के उपाय शीत ऋतु में काँच के बने पौध घर के समान की पृथ्वी की सतह एवं वायुमण्डल के वर्न हो जाने की क्रिया को ग्रीन हाउस प्रभाव (हरित ग्रह प्रभाव) कहते है। हरित ग्रह प्रभाव उत्पन्न करने वाली गैसों को ग्रीन हाउस गैसे कहते है। ये गैसे पृथ्वी की सतह को लौटाने वाले विकिरणों को अवशोषित कर लेती है तथा पुनः पृथ्वी की सतह की ओर लौटा देती है जिससे पृथ्वी की सतह एवं वायुमण्डल गर्म हो जाता है ग्रीन हाउस गैसे एवं उनकी प्रतिशत मात्रा। चित्र प्रभाव(Effects):- 1 हानिकारक वातावरणीय प्रभाव उत्पन्न होना। 2 विचित्र जलवायु परिवत्रन अलमिनो प्रभाव 3 वैश्विक ऊष्णता में वृद्धि एसोबल वार्मिग- गत शताब्दी में विश्व का तापमान 0.60…
नाभिकीय रसायन व उसके प्रभाव Nuclear chemicals and its effects in hindi
Nuclear chemicals and its effects प्रभाव निपटान का तरीका नाभिकीय रसायन व उसके प्रभाव :- नाभिकीय रसायन या परमाणु ऊर्जा के उपयोग की समस्या:- 1 आकस्मिक रिसाव जैसे:- थीमाइल आइलैण्ड अमेरिका, चेरनोबिल खस फुकुशिमा जापान 2 सुरक्षित निपटान की समस्या प्रभाव(effects):- नाभिकीय रसायनों के कारण हानिकारक प्रभाव उत्पन्न होते है इनसे उच्च दर से उत्परिवर्तन होते है। इनकी अधिक मात्रा घातक होती है तथा कम मात्रा में उत्पन्न होने वाले नाभिकीय विकिरण अनेक विकार उत्पन्न करते है जिनमे कैंसर मुख्य है। निपटान का तरीका(ways of disposal):- परमाणु भट्टियों को उपयोग के पश्चात् अच्छी तरह से कवचित पात्रों में बंद करके चट्टानों के नीचे पृथ्वी में 500 मीटर की गहराई में दबा देना चाहिए। यह…
कृषि रसायन व उसके प्रभाव & जैव-कृषि एक अध्ययन bio-agriculture Chemistry in hindi
bio-agriculture Chemistry in hindi कृषि रसायन व उसके प्रभाव & जैव-कृषि एक अध्ययन , महत्व कृषि रसायन व उसके प्रभाव(Agricultural Chemistry and Its Effects):- विभिन्न प्रकार के पीडकनाशी एवं रासायनिक उर्वरकशुदा के परितंत्र को असन्तुलित करते है ये लक्ष्य जीवों के साथ-2 उपलक्ष्य जीवों को भी मार देते है, इनसे मृदा अन उपजाऊ हो जाती है तथा ये जलीय परितंत्र में पहुंचकर जैव-आवर्धन के द्वारा हानिकारक प्रभाव उत्पन्न करते है। जैव-कृषि एक अध्ययन(A study of bio-agriculture):- चक्रिय एवं शून्य अपशिष्ट उत्पाद वाली कृषि को एकीकृत जैव-कृषि कहते है। इसमें कृषि कार्यो के साथ-2 पशुपालन, मधुमक्खी पालन, जल संग्रहण, कम्पोस्ट निर्माण आदि किये जाते है। महत्व(Importance):- 1 इसमें अपशिष्ट उत्पाद नगणय होते है।…