दण्ड का बंकन या मोड़ या झुकाव मोड़न (bending of beam in hindi) , उदासीन परत , बंकन तल , आघूर्ण
उदासीन परत (neutral surface) : जब किसी दण्ड अथवा छड को मोड़ा जाता है तो मोड़ने से उस दंड की बाहरी सतहों में वृद्धि होती है तथा दंड की अन्दर की सतह संकुचित हो जाती है लेकिन दण्ड के भीतर एक परत ऐसी होती है जिसमे न तो वृद्धि होती है और न ही संकुचित होती है अर्थात इस परत की लम्बाई अपरिवर्तित रहती है , दण्ड की इस परत को जो बंकन से अपरिवर्तित रहती है उस सतह को उदासीन परत कहते है।
बंकन तल (plane of bending) : दण्ड का वह तल जो उदासीन पृष्ठ या परत के लम्बवत होता है और जिसमे दंड में बंकन उत्पन्न होता है अर्थात दण्ड मुड़ता है उस तल को बंकन तल कहते है।
उदासीन कक्ष (neutral axis) : उदासीन परत व बंकन तल को काटने वाली रेखा अर्थात परिच्छेद रेखा को उस दण्ड का उदासीन कक्ष कहा जाता है।
बंकन आघूर्ण (bending moment) : किसी दण्ड को मोड़ने के लिए आवश्यक बल आघूर्ण के मान को उस दंड का बंकन आघूर्ण कहते है , इसे G से प्रदर्शित किया जाता है।
बंकन आघूर्ण का सूत्र –
G = Y.I/R
यहाँ Y = दण्ड जिस पदार्थ की बनी है उस पदार्थ का यंग गुणांक
I = दंड के अनुप्रस्थ काट का ज्यामितीय जडत्व आघूर्ण
R = बंकित दण्ड की वक्रता त्रिज्या का मान
