JOIN us on
WhatsApp Group Join Now
Telegram Join Join Now

हिंदी माध्यम नोट्स

Categories: Biology

कृत्रिम अंकुरण क्या है , परिभाषा , प्रकार दोहरा निषेचन (द्वि-निषेचन) (Double fertilization)

दोहरा निषेचन (द्वि-निषेचन) (Double fertilization) कृत्रिम संकरण क्या है , परिभाषा , प्रकार Artificial hybridization

दो जनकों के दो या अधिक उत्तम लक्षणों को एक ही संतति में प्राप्त करने हेतु उनके मध्य कोश कराने की क्रिया कृत्रिम संकरण कहते है।

कृत्रिम -संकरण की तकनियाँ:-

1 दो जनकों के दो या अधिक ऊतक लक्षणों को एक ही संतति में प्राप्त करने हेतु उनके मध्य कोश कराने की क्रिया कृत्रिम-शँकरण कहते है।

2 कृत्रिम संकरण की तकनियाँ:-

1  विपुंसन (emasculation):- परागकोश के स्फूटन से पहले पुकेसर को हटाने की क्रिया विपुसन कहलाती है पुकेसरों को चिमटी द्वारा अथवा गर्म पानी या एल्कोहाॅल में डूबोकर हटा देते है।

विपूंसन के महत्व:-

1 द्विलिंगी पुष्पों में स्व-पराण को रोकने हेतु

2 थेलीकरण या ओरावतावरण:-

पुष्प के कलिका अवस्था में उनके बत्तीकेसर को एक पतली कागज की थैली (बटर पेपर) के द्वारा ढकने की क्रिया थैलीकरण कहलाती है। वतिक्राग के परिपक्व होने पर थैली को हटाकर वाँछित परागकण डालने के बाद पुनः थैली द्वारा ढक देते है।

महत्व:- अवंाछित परागकणों के संदूषण से बचाने के लिए थैलीकरण की क्रिया की जाती है।

 दोहरा निषेचन (द्वि-निषेचन) (Double fertilization):-

परागनलिका से होती हुई अण्डाशय तक पहुंचती हे तथा बीजाण्डद्वारी सिरे से बीजाण्ड में प्रवेश करती है परागनलिका के दोनो नर युग्मक तक सासकोशिका में युक्त कर दिये जाते है।

1 युग्मक संलयन (दि-संलयन):-

एक नर युग्मक + अण्ड कोशिका =  युग्मनज   भ्रूण

 

2 त्रिसंलयन:-

दूसरा नर युग्मक +  केन्द्रीय कोशिका के  =  प्राथमिक   भूणकोष

ध्रुवीय केन्द्रक शूणकोण केन्द्रक

 

दोहरा निवेचन =   युग्मक संलयन  +    निसंलयन

निषेचन पश्च संरचनाऐ व घटनाऐं:- निषेचन के पश्चात् युग्मनज से भ्रूण का तथा प्राथमिक भूण पोष केन्द्रक से भ्रूणपोष का विकास होता है तथा अण्डाशय फल में एवं बीजाण्ड बीज में बदल जाता है। इन सब क्रियाओं को निषेचन पश्च घटनाऐं कहते है।

चित्र

Sbistudy

Recent Posts

मालकाना का युद्ध malkhana ka yudh kab hua tha in hindi

malkhana ka yudh kab hua tha in hindi मालकाना का युद्ध ? मालकाना के युद्ध…

4 weeks ago

कान्हड़देव तथा अलाउद्दीन खिलजी के संबंधों पर प्रकाश डालिए

राणा रतन सिंह चित्तौड़ ( 1302 ई. - 1303 ) राजस्थान के इतिहास में गुहिलवंशी…

4 weeks ago

हम्मीर देव चौहान का इतिहास क्या है ? hammir dev chauhan history in hindi explained

hammir dev chauhan history in hindi explained हम्मीर देव चौहान का इतिहास क्या है ?…

4 weeks ago

तराइन का प्रथम युद्ध कब और किसके बीच हुआ द्वितीय युद्ध Tarain battle in hindi first and second

Tarain battle in hindi first and second तराइन का प्रथम युद्ध कब और किसके बीच…

4 weeks ago

चौहानों की उत्पत्ति कैसे हुई थी ? chahamana dynasty ki utpatti kahan se hui in hindi

chahamana dynasty ki utpatti kahan se hui in hindi चौहानों की उत्पत्ति कैसे हुई थी…

1 month ago

भारत पर पहला तुर्क आक्रमण किसने किया कब हुआ first turk invaders who attacked india in hindi

first turk invaders who attacked india in hindi भारत पर पहला तुर्क आक्रमण किसने किया…

1 month ago
All Rights ReservedView Non-AMP Version
X

Headline

You can control the ways in which we improve and personalize your experience. Please choose whether you wish to allow the following:

Privacy Settings
JOIN us on
WhatsApp Group Join Now
Telegram Join Join Now