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जीववाद क्या है | जीववाद की परिभाषा किसे कहते है , जीववादी इन इंग्लिश Animism in hindi meaning
Animism in hindi meaning definition जीववाद क्या है | जीववाद की परिभाषा किसे कहते है , जीववादी इन इंग्लिश ?
शब्दावली
जीववाद (Animism) ः अजीवित वस्तुओं तथा प्राकृतिक परिघटना के साथ आत्मा के संबंध को जोड़ने का विश्वास
प्रायश्चित (Atonement) ः नैतिक गलतियों को सुधारना शकुन
विचार (Augury) ः अच्छाई अथवा बुराई को दर्शाने वाला संकेत
मंत्र (Charms) ः वे शब्द अथवा वस्तुएं अथवा चरित्र जिन्हें अलौकिक शक्ति से पूर्ण माना जाता है।
धार्मिक समागम (Communion) ः ईश्वर के साहचर्य में भागीदारी
प्रार्थना सभा (Congregation) ः धार्मिक पूजा के लिए लोगों की सभा
धर्मान्तरण (Conversion) ः धर्म परिवर्तन
शिष्टाचार (Convenant) ः एक पारस्परिक समझौता
भविष्यवक्ता (Diviner) ः वह जो भविष्यवाणी करने में विशेषज्ञ हो
परमानन्द (Ecstasy) ः आध्यात्मिक आनन्द, सुख की जबर्दस्त अनुभूति
मंत्र प्रयोग (Incantation) ः जादुई परिणाम निकालना
स्वदेशी (Indigenous) ः भूमि अथवा देश से प्राकृतिक संबंध
आह्वान (Invoke) ः प्रार्थना में किया जाने वाला आहवान मंत्रों द्वारा प्रेतों को बुलाना
मद्यार्पण (Libation) ः ईश्वर अथवा प्रेत को चढ़ाये गये पेय पदार्थों का पान करना
मातृवंशीय (Matrilineal) ः एक ऐसी व्यवस्था जिसमें वंश की पहचान माता के माध्यम से की जाती है
तत्वमीमांसा (Metaphysics) ः अस्तित्व, ज्ञान का धर्मशास्त्रिय दर्शन
एकेश्वरवाद (Monotheism) ः यह सिद्धांत कि ईश्वर केवल एक ही है
सर्वशक्तिमान (Omnipotent) ः सर्वाधिक शक्तिशाली
सर्वव्यापी (Omnipresent) ः हर स्थान पर मौजूद
सत्ता मीमांसा (Ontology) ः प्रकृति तथा अस्तित्व के सार से संबद्ध एक तत्व मीमांसा
पितृवंशीय (Patrilineal) ः एक व्यवस्था जिसमें वंश की पहचान पिता के द्वारा की जाती है
परिघटनात्मकतावाद (Phenomenology) एक दर्शन जो अवलोकित अथवा दिखाई पड़ने वाली वस्तुओं अथवा तथ्यों अथवा घटनाओं तथा उनके कारणों की पहचान करता है
बहुईश्वरवाद (Polytheism) ः एक से अधिक ईश्वर में विश्वास अथवा उनकी पूजा
प्रायश्चित (Propitiation) ः खुश करने का यत्न/भूल सुधारने के लिए स्वयं को दण्डित करना
पुनः अवतरण (Reincarnation) ः आत्मा का नये शरीर में पुनर्जन्म
अपवित्रीकरण (Sacrilege): ः जो कुछ पवित्र है, उनका उल्लंघन
झूम कृषि (Shifting Cultivation) ः काटने व जलाने की जंगली खेती का एक तरीका जो कि आवधिक तौर पर बदलते रहने वाली जमीन के किसी टुकड़े पर की जाती है
सिनेगाग (Synagogue) ः धार्मिक निर्देशों एवं पूजा के लिए यहूदियों की .. नियमित सभा करने का भवन
निषेध (Taboo) ः व्यक्ति अथवा चीजों को पवित्रता से अलग कर देने का कृत्य अथवा प्रणाली
गणचिह्न (Totem) ः गणचिह्न के रूप में अपनाई गई प्राकृतिक वस्तु (खासकर पशु)
तन्मयता (Trance) ः समाधि लगाना या आध्यात्यिक तौर पर लीन होना
सारांश
इस इकाई में हमने निम्नलिखित निष्कर्षमूलक अध्ययन किए:
जनजातीय धर्मों में परस्पर थोड़ी सी भिन्नता हो सकती है अथवा उनके अपने सांस्कृतिक इतिहास के अनुसार अथवा अन्य धर्मों द्वारा उन पर डाले गए प्रभाव की सीमा के आधार पर उल्लेखनीय भिन्नता भी हो सकती है।
इन्हें दो मोटी श्रेणियों में बाँटा जा सकता है: एक पुराने विश्वासों एवं कर्मकाण्डों के साथ तथा दूसरी धर्मशास्त्रिय रुझानों की तरफ जाते पुराने विश्वासों एक कर्मकाण्डों के साथ । भेद में नहीं बल्कि बाहरी तौर पर विकसित किसी सिद्धांत को स्वीकार करने में निहित है।
पहली श्रेणी का जनजातीय धर्म जीवन के समस्त पहलुओं को अपने में समेट लेता है, अर्थात यह संभावित कार्यों को करता है, जिनके मामले में दूसरी श्रेणी का प्रभाव अधिक नियंत्रित है।
पहले मामले में, विश्वास तथा व्यवहार के बीच कोई अंतर नहीं है, दूसरी श्रेणी में यह अंतर मौजूद है और धर्मशास्त्रिय झुकाव में वृद्धि के साथ ही और चैड़ी होती जा रही है।
स्वदेशी कर्मकाण्डी का जनजातीय पुनरोद्धार तथा एक नये धर्मशास्त्र की खोज अपने ध्येय में असमान प्रतीत हो सकते हैं, किन्तु वास्तविकता में उन दोनों का उद्देश्य जनजातीय पहचान के अधिकतम उफुल्लाह को प्राप्त करना है।
कुछ उपयोगी पुस्तकें
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संदर्भ ग्रन्थ सूची
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