सामान्य व्यक्ति का ब्लड प्रेशर कितना होना चाहिए bp of a normal person in hindi मनुष्य का नार्मल बीपी कितना होना चाहिए

bp of a normal person in hindi सामान्य व्यक्ति का ब्लड प्रेशर कितना होना चाहिए  मनुष्य का नार्मल बीपी कितना होना चाहिए ?

उत्तर : एक स्वस्थ मनुष्य का सामान्य रक्तचाप 120/80 mm Hg होना चाहिए |

ह्रदय के रोग 

1. हाइपरटेन्शन – इसमें व्यक्ति का रक्त दाब बढ़ जाता है। एक स्वस्थ व्यक्ति का सामान्य सिस्टोल और डायस्टोलिक दाब 120 mm Hg और 80 mm Hg होता है। विभिन्न कार्यिकी दशाओं में मध्यम उतार चढ़ाव हो जाता है परन्तु रक्त दाब में 140 mm Hg (सिस्टोलिक) और 90 mm Hg (डायस्टोलिक) से अधिक वृद्धि उच्च रक्त चाप कहलाती है। इसका स्तर मध्यम से उच्च हो सकता है। (धमनीय रक्त दाब में नियमित वृद्धि उच्च रक्त चाप hypertension कहलाती है। ) उच्च रक्त दाब तीन जैविक अंगों के लिए हानिकारक हो सकता है। ह्रदय , मस्तिष्क और वृक्क। उच्च रक्त दाब ह्रदय को बहुत अधिक कार्य करने के लिए मजबूर करता है जिसके कारण प्रारंभिक अवस्था में ही ह्रदय सम्बन्धी बीमारियाँ उत्पन्न हो जाती है। मस्तिष्क में यह हिमोरेज अथवा infarctions और अनेक असामान्यताएँ उत्पन्न करता है। लम्बे समय से यह वृक्क को प्रभावित करता है और renal failure भी कर सकता है।
2. Atherosclerosis – यह बड़ी और मध्यम आकार की धमनियों की गुहा की दिवार के अस्तर में लिपिड (मुख्यतः कोलेस्ट्रोल) का जमाव है। इस प्रकार का जमाव atheromatous और atherosclerotic plaque कहलाता है। इसका निर्माण चिकनी पेशियों और ट्यूनिका इंटिमा में कोलेस्ट्रोल के कणों के जमाव से प्रारंभ होता है .धीरे धीरे तंतुओं की वृद्धि और इसमें चारों तरफ छोटी कोशिकाओं की वृद्धि के कारण यह plaque वृद्धि करने लगता है जिसके परिणामस्वरूप धमनी की गुहा के आकार में कमी आती है। इससे रक्त का प्रवाह भी कम हो जाता है। चरम स्थिति में यह plaque धमनी को पूरी तरह अवरुद्ध कर देता है .चिकनी पेशियों की वृद्धि होती है क्योंकि यह plaque प्लेटलेट्स को खुरदरी सतह प्रदान करता है। जिसके प्लेटलेट व्युत्पन्न वृद्धि कारक मुक्त होता है। इस प्रकार का plaque यदि कोरोनरी धमनी में बनता है तो यह ह्रदय को रक्त आपूर्ति कम कर देता है अथवा पूर्ण अवरोध हो तो सप्लाई रोक सकता है जिससे हार्ट अटैक या स्ट्रोक हो सकता है।
3. arteriosclerosis – यह धमनियों में लिपिड के जमाव अथवा मोटाई के कारण धमनियों की कठोरता से सम्बन्धित है। arteriosclerosis , की स्थिति में plaque निर्माण के लिए कोलेस्ट्रोल के साथ कैल्सियम लवण भी अवक्षेपित हो जाते हैं। plaque का कैल्सीकरण अंत में धमनियों की दिवार को कठोर बना देता है जिसे धमनियों का कठोरपन कहा जाता है। इस प्रकार प्रभावित धमनी फैलने सिकुड़ने का गुण खो देती है इससे इसकी दिवार क्षतिग्रस्त हो सकती है। इन क्षतिग्रस्त भित्तियों से रक्त निकलता है जिससे थक्का बन सकता है और रक्त प्रवाह के मार्ग को अवरुद्ध कर सकता है। इस प्रकार का थ्रोम्बोसिस अथवा कोरोनरी धमनी में थक्का निर्माण से हार्ट अटैक और अंत में मृत्यु भी हो सकती है।
4. angina pectoris : ह्रदय पेशियों में दर्द
5. Tachycardia : ह्रदय स्पंदन की दर का बढ़ना
6. Bradycardia : ह्रदय स्पंदन दर का घटना
7. heart attack : इस समय घबराहट , साँस लेने में कठिनाई , सीने में दर्द , बेहोशी आदि लक्षण अचानक उत्पन्न होते है। उपचार के लिए नाइट्रोग्लिसरीन उपयोग में ली जाती है
8. heart block : जब निलय में उचित रूप से विद्युत आवेग नहीं गुजरता। यह ह्रदय के सञ्चालन तंत्र का रोग है।
9. Arrythmia : अनियमित ह्रदय स्पंदन
10. coronary thrombosis : कोरोनरी धमनी में थक्के के निर्माण के कारण।
11. Ischaemia (pronounced is-keemia) – रक्त आपूर्ति में अवरोध के कारण ह्रदय के किसी भाग को अपर्याप्त रुधिर सप्लाई
12. Myocardial infarction : रक्त आपूर्ति की कमी अथवा रक्त वाहिनियों के अवरुद्ध होने के कारण ह्रदय पेशियों के एक भाग की मृत्यु हो जाना .यह एक प्रकार का acute heart attack है।

मानव में महत्वपूर्ण धमनियां

1. Pulmonary aorta : यह दायें निलय से उत्पन्न होती है और ऑक्सीजनेशन के लिए फेफड़ों को रुधिर की सप्लाई करती है।
2. Innominate : यह दायीं और बायीं कैरोटिड धमनी में विभाजित होती है और सिर को रक्त सप्लाई करती है।
3. Subclavian : कशेरूक दण्ड , वक्षीय भाग के पाशर्व सतह और ब्रेंकियल शाखा भुजाओं को रुधिर सप्लाई करती है।
4. Phrenic : डायफ्राम , सबसे छोटी धमनी (मेंढ़क में अनुपस्थित होती है।)
5. Coeliac artery : दो में विभाजित :
(i) हिपैटिक – यकृत
(ii) लीनोगैस्ट्रिक – आमाशय , प्लीहा।
6. Anterior mesentry – निम्न शाखाओं की उत्पत्ति होती है –
(a) colic – colon
(b) Duodenal – Duodenum
(c) Intestinal – intestine

मानव में महत्वपूर्ण शिराएँ

1. Precaval (superior vena cava) : मानव में एक
2. post caval (Inferior vena cava) : एक
3. Pulmonary veins (To lungs) : दो जोड़ी
4.Anterior intercostal : intercostal से रक्त लाती है।
5. Azygous cardinal : इन्टरकोस्टल और लम्बर से रक्त लाती है।
6. Internal iliac : दोनों हाइपरगैस्ट्रिक से
7. External iliac : जांघ से रक्त इक्कट्ठा करती है।
8. Vesical : मूत्र मार्ग से
9. Hepatic vein : यकृत से
10. Lineogastric : प्लीहा और आमाशय से
11. Anterior mesenteric : इलियम से
12. Posterior mesentric : मलाशय से

याद रखने योग्य महत्वपूर्ण बिंदु –

1. coronary artery : ह्रदय की दीवारों को रक्त सप्लाई करती है।
2. vasa vassorum : रक्त वाहिनियों की दीवारों को रक्त सप्लाई करती है।
3. Bicuspid valve : बायीं आलिन्द निलय ओपनिंग पर उपस्थित। मिट्रल कपाट भी कहा जाता है।
4. Tricuspid valve : दायीं आलिन्द निलय ओपनिंग में उपस्थित
5. Eustachian valve : postcaval की ओपनिंग पर उपस्थित।
6. Semilunar valves : यह निलय से पल्मोनरी ट्रंक ओर दैहिक महाधमनी की ओपनिंग पर उपस्थित होता है।
7. Thebesian valves (coronary valve) : कोरोनरी साइनस की ओपनिंग पर उपस्थित होता है।
8. Columnae carnae : ये निलय की दीवारों में अंगुलिनुमा उभार होते हैं।
9. Papillary muscles : कोल्यूमनी कार्नी की टिप पर उपस्थित पेशियाँ।
10. Chordae tendinae : तंतुनुमा संरचना जो पैपीलरी पेशियों से उत्पन्न होते हैं। ये ह्रदयरज्जु कपाट को वास्तविक स्थिति में रखती है।
11. Foramen of ovale : भ्रूणीय अवस्था के दौरान दोनों आलिन्दों के मध्य एक छिद्र होता है।
12. Fossa ovalis : वयस्कावस्था में फोरामेन ओवेल बंद हो जाता है और एक depression रह जाता है।जिसे फोसा ओवेलिस कहते हैं।
13. Ductus arteriosus : यह भ्रूणीयवस्था में पल्मोनरी धमनी और aorta को जोड़ती है।
14. Ligamentum arteriosum : यह पश्च भ्रूणीय अवस्था में पल्मोनरी धमनी और aorta को जोड़ती है।
15. Foramen of pannizae : रेप्टाइल्स में दोनों निलयों के मध्य एक छिद्र पाया जाता है। जिसे फोरामैन ऑफ़ पेनिजी कहते हैं।
16. हिपैटिक शिरा में ग्लूकोज का सबसे निम्न स्तर होता है।
17. हिपैटिक शिरा में एमिनों एसिड का उच्चतम स्तर होता है।
18. हिपैटिक शिरा में यूरिया का उच्चतम स्तर और वृक्कीय शिरा में निम्नतम स्तर होता है।
19. मानव शरीर में सबसे बड़ी शिरा – अग्र महाधमनी
20. सबसे बड़ी धमनी – aorta
21. शरीर में सबसे छोटी रक्त वाहिनी – रक्त केशिकाएं
22. जिराफ का रक्त दाब उच्चतम होता है।ऐसा सिर को रक्त पम्प करने के लिए होता है।
23. अन्टार्कटिक मछली की एक जाति सफ़ेद रुधिर रखने वाली केवल एक मछली है। इसके रक्त में लाल वर्णक नहीं होता है।
24. मेंढ़क में लिम्फ को वापस शिरा में पम्प करने के लिए दो जोड़ी लिम्फ ह्रदय होते है।