प्रतिदीप्ति और स्फुरदीप्ति क्या है phosphorescence and fluorescence difference in hindi प्रतिदीप्ति और स्फुरदीप्ति में अंतर किसे कहते है ?

phosphorescence and fluorescence difference in hindi प्रतिदीप्ति और स्फुरदीप्ति क्या है प्रतिदीप्ति और स्फुरदीप्ति में अंतर किसे कहते है ?

प्रतिदीप्ति – कुछ पदार्थ ऐसे होते हैं जब उन पर उच्च आवृत्ति या छोटी तरंगदैर्घ्य का प्रकाश डाला जाता है तो वे उसे अवशोषित कर लेते हैं और अपेक्षाकत निचली आवृत्ति या ऊँची तरंगदैर्घ्य का प्रकाश उत्सर्जित करते हैं। इन पदार्थों द्वारा प्रकाश का उत्सर्जन तभी तक होता है, जब तक उन पर प्रकाश डाला जाता है। इस घटना को क्या कहते हैं? –प्रतिदीप्ति

 ऐसे पदार्थ जो प्रतिदीप्ति उत्पन्न करते हैं क्या कहलाते हैं?
प्रतिदीप्ति पदार्थ
 प्रतिदीप्ति उत्पन्न करने वाले पदार्थ कौन-कौन से हैं?
-पलोरस्पार, पेट्रोल, कुनीन सल्फेट, यूरेनियम ऑक्साइड,
बेरियम प्लेटिनोसायनाइड
 X-किरणों का पता लगाने के लिए किसका उपयोग करते हैं?
-बेरियम प्लेटिनोसायनाइड
 बेरियम प्लेटिनोसायनाइड X -किरणों का अवशोषण कर किस रंग के प्रकाश का उत्सर्जन करता है? -हरे रंग के प्रकाश का
 कुछ पदार्थों पर प्रकाश डालना बन्द कर देने पर भी वह कुछ देर तक प्रकाश का उत्सर्जन करते रहते हैं, क्या कहलाते हैं ?
-स्फुरदीप्त पदार्थ ( Phosphorence substances)
 स्फुरदीप्त पदार्थ कौन-कौन से हैं?
-जिंक सल्फाइड, कैल्सियम सल्फाइड तथा बेरियम सल्फाइड
 जिंक सल्फाइड पर जब नीले रंग का प्रकाश डाला जाता है तब वह कौन से रंग के प्रकाश का उत्सर्जन करता है?
-हरे रंग के प्रकाश का
 प्रकाश डालना बन्द करने के बाद भी स्फुरदीप्त पदार्थ जितने समय तक प्रकाश का उत्सर्जन करते हैं, वह समय क्या कहलाता है?
-स्फुरदीप्त काल
 गर्म करने पर स्फुरदीप्त पदार्थों की क्षमता पर क्या प्रभाव पड़ता है?
-स्फुरदीप्त पदार्थों की क्षमता नष्ट हो जाती है
 घड़ी की सुइयों पर किसका लेप होता है? -स्फुरदीप्त पदार्थों का
 साइनबोर्डों पर किसका उपयोग किया जाता है?
-स्फुरदीप्त पदार्थों का, क्योंकि यह दिन में सूर्य का प्रकाश अवशोषित कर रात में चमकते हैं
 तापायनिक उत्सर्जन के बारे में सर्वप्रथम किसने बताया?
-थॉमस एल्वा एडीसन ने सन् 1884 में

इलेक्ट्रॉनिकी
 इलेक्ट्रॉनों के क्वार्ट्ज क्रिस्टलों के भीतर एक नियत पथ पर गति करने से उत्पन्न प्रभावों को किसके अन्तर्गत रखा जाता है? -इलेक्ट्रॉनिकी
 इलेक्ट्रॉनिकी यंत्रों में पहले किसका प्रयोग किया जाता था?
-निर्वात् ट्यूबों का
 सर्वाधिक विकसित तकनीक में निर्वात् ट्यूबों के स्थान पर क्या प्रयुक्त होता है? -माइक्रो प्रोसेसर या माइक्रोचिप्स
 गैसों के दाब कम करने पर उसके बीच कम ही विभवान्तर आरोपित करने से उनसे होकर विद्युत् प्रवाह होने लगता है, इसके क्या कहते हैं? -विद्युत् विसर्जन
 विद्युत् विसर्जन के द्वारा गैसों में क्या परिवर्तन होता है?
-गैसों का आयनीकरण (lonisation) हो जाता है
 कैथोड से निकलने वाली किरणें क्या कहलाती हैं? -कैथोड किरणे
 कैथोड किरणें जब काँच की नली से टकराती हैं तो क्या उत्पन्न होता है? -प्रतिदीप्ति (Fluorescence)
 प्रतिदीप्ति का रंग किस पर निर्भर करता है? -काँच की प्रकृति पर
 कैथोड़ किरणों पर कौन सा आवेश पाया जाता है? -ऋणावेश
 विद्युत् प्रवाह किसके कारण होता है?
-धनायनों तथा ऋणायनों की गति के कारण
 कैथोड किरणें जब उच्च परमाणु क्रमांक वाली धातुओं पर गिरती हैं तो कौन-सी किरणें उत्पन्न होती हैं? -ग-किरणें
 धन किरणें या कैनाल किरणों की खोज किसने की? -गोल्डस्टीन ने
 गोल्डस्टीन ने धन किरणों को कैनाल किरणें क्यों कहा?
-कैथोड के छिद्रों से निकलने के कारण
 कैथोड तथा एनोड किरणों में किसकी संचरण गति अधिक होती है?
-कैथोड किरणों की
 जब धातुओं की सतह पर उच्च आवृत्ति की प्रकाश किरणें आपतित होती हैं तो उन धातुओं की सतह से इलेक्ट्रॉन का उत्सर्जन होता है, ये इलेक्ट्रॉन क्या कहलाते हैं? -फोटो इलेक्ट्रॉन
 फोटो इलेक्ट्रॉनों के धातुओं की सतह से उत्सर्जन कौन से प्रभाव के अन्तर्गत आता है? -प्रकाश-विद्युत प्रभाव
 प्रकाश-विद्युत् प्रभाव का आविष्कार सबसे पहले किसने किया?
-डब्ल्यू. स्मिथ (W- Smith) ने
 प्रकाश-विद्युत् प्रभाव की विस्तृत व्याख्या किसने की थी?
-आइन्सटाइन एवं मिलीकन ने
 प्रकाश-विद्युत् प्रभाव के लिए नोबल पुरस्कार किसे प्राप्त हुआ?
-आइन्सटाइन तथा मिलीकन को
 विद्युत्-चुम्बकीय तरंगें जिन छोटे-छोटे कणों से बनी होती है उन्हें क्या कहते है? -फोटॉन
 ऊर्जा का बण्डल (Packet of Energy) किसे कहते हैं?
-फोटॉन को
 फोटॉन में कितनी ऊर्जा निहित होती है? -E = mv
 E = hv में h का क्या मान होता है? -6.62×10-34 J-s
 ‘h’ को क्या कहते हैं? -प्लांक नियतांक (Planck’s constant)
 जब प्रकाश के विशेष रंग की कोई किरण धातु की सतह पर पड़ती है तब प्रति सेकण्ड धातु से निकलने वाले इलेक्ट्रॉनों की संख्या किसके समानुपाती होती है? -प्रकाश की तीव्रता के
 प्रकाश-वैद्युत प्रभाव में इलेक्ट्रॉनों की गतिज ऊर्जा का मान किस पर निर्भर करता है? -प्रकाश की आवृत्ति पर
 आवृत्ति का वह निश्चित मान, जिस पर धातु की सतह पर पड़ने वाले प्रकाश की आवृत्ति एक निश्चित मान से कम होती है, तो इलेक्ट्रॉन का उत्सर्जन नहीं हो पाता, क्या कहलाता है? -देहुली आवृत्ति
 देहुली आवृत्ति के संगत तरंगदैर्घ्य को क्या कहते हैं?
-देहुली तरंगदैर्घ्य
 धातु की सतह से, जितना कार्य करने से उस धातु की सतह से इलेक्ट्रॉन का उत्सर्जन प्रारंभ हो जाये क्या कहलाता है?
-उस धातु का कार्य फलन
 कार्य फलन को किससे प्रदर्शित करते हैं? -φ0
 किसके द्वारा प्रकाश ऊर्जा को विद्युत् ऊर्जा में बदला जा सकता है?
-प्रकाश-विद्युत् सेल
 प्रकाश-विद्युत् सेल कितने प्रकार के होते हैं?- तीन –
(I) प्रकाश चालकीय सेल, (II) प्रकाश वोल्टीय सेल, (III) प्रकाश उत्सर्जन सेल
 प्रकाश-विद्युत् सेल का सर्वाधिक उपयोग कहाँ किया जाता है?
-सिनेमाघरों में ध्वनि के पुनरुत्पादन में
 सड़कों पर लगी स्वचालित लाइटों में किसका प्रयोग होता है? ।
-प्रकाश-वैद्युत् सेल
 दरवाजों को स्वचालित रूप में खोलने व बन्द करने में किसका प्रयोग किया जाता है? -प्रकाश-विद्युत् सेल
 अतंरिक्ष यान की बैटरियों के आवेशन में किसका प्रयोग होता है?
-प्रकाश-वैद्युत् सेल

 किसी धातु के फिलामेंट को गर्म करने पर इलेक्ट्रॉन उत्सर्जन की इस क्रिया को क्या कहते हैं? -ऊष्मायनिक या तापायनिक उत्सर्जन
 डायोड तथा ट्रायोड वाल्व किस सिद्धान्त पर बनाये जाते हैं?
-ऊष्मायनिक उत्सर्जन
 एक्स किरण तथा कैथोड नलिका में इलेक्ट्रॉन किस विधि द्वारा प्राप्त किये जाते हैं? -तापायनिक उर्सजन द्वारा
 डायोड वाल्व का निर्माण सर्वप्रथम किसने किया था?
-जॉन एम्बोस फ्लेमिंग
 दो इलैक्ट्रोड वाले वाल्व को क्या कहते हैं? -डायोड वाल्व
 जब कैथोड को गर्म किया जाता है तो उससे इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित होते हैं और ये इलेक्ट्रॉन कैथोड के चारों ओर जमा हो जाते हैं, इस आवेश को क्या कहते है? -अन्तराकाशी आवेश
 डायोड वाल्व का उपयोग किस रूप में किया जाता है? -दिष्टकारी
 ट्रायोड वाल्व का निर्माण सर्वप्रथम किसने किया था?
-डॉ. एल. डी. फारेस्ट ने
 तीन इलेक्ट्रोड वाले वाल्व को क्या कहते हैं? -ट्रायोड वाल्व
 ट्रायोड वाल्व को हम कहाँ-कहाँ उपयोग करते हैं?-दायोड वाल्व को
प्रवर्धक (Amplifier), दोलित्र (Oscillator), प्रेषी (Transmitter) एवं संसूचक (Detector) की तरह प्रयोग करते हैं
 ऐसे पदार्थ जिनकी इलेक्ट्रॉनिक संरचना इस प्रकार की होती है कि कहीं इलेक्ट्रॉन मुक्त हो जाता है और कहीं रिक्तध्कोटर बन जाते हैं, क्या कहलाते है? -अर्द्धचालक
 अर्द्धचालक मुख्यतः कौन-कौन से होते हैं?
-जर्मेनियम और सिलिकन
 अर्द्धचालकों का उपयोग मुख्यतः कहाँ किया जाता है?
-ट्रांजिस्टर व इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में
 जिन अर्द्धचालकों में मुक्त इलेक्ट्रॉन तथा कोटर ऊष्मीय प्रभाव द्वारा उत्पन्न किये जाते हैं क्या कहलाते हैं? – अन्तः अर्द्धचालक
 अर्द्धचालकों में अपद्रव्य मिलाने से प्राप्त ठोस को क्या कहते हैं ?
-बाह्य अर्द्धचालक
 अर्द्धचालकों में कौन-कौन से अपद्रव्य मिलाये जाते हैं ?
-आर्सेनिक अथवा एल्युमिनियम
 अपद्रव्य मिलाने से अर्द्धचालकों की चालकता पर क्या प्रभाव पड़ता है?
-अर्द्धचालकों की चालकता काफी बढ़ जाती है
 अर्द्धचालक कितने प्रकार के होते हैं?
-दो प्रकार के (n-प्रकार के तथा p-प्रकार के)
 ऐसे बाह्य अर्द्धचालक जिनमें विद्युत् का प्रवाह मुक्त इलेक्ट्रॉनों की संख्या बढ़ जाने के कारण होता है, क्या कहलाता है?-
n-प्रकार के अर्द्धचालक
 जब शुद्ध अर्द्धचालक में पंचसंयोजी अपद्रव्य मिला दिया जाता है तो किस प्रकार के अर्द्धचालक बनते हैं? -n-प्रकार के अर्द्धचालक
 जिन अर्द्धचालकों में विद्युत् का प्रवाह कोटरों की गति के कारण होता है, क्या कहलाते हैं? -p-प्रकार के अर्द्धचालक
 p-प्रकार के अर्द्धचालक किस प्रकार बनते हैं?- शुद्ध अर्द्धचालक में
त्रिसंयोजी अपद्रव्य जैसे एल्युमिनियम मिलाने से
 पंचसंयोजी अपद्रव्य को क्या कहा जाता है? -परमाणु दाता
 त्रिसंयोजी अपद्रव्य को क्या कहा जाता है? -परमाणु ग्राही
 अर्द्धचालक में अपद्रव्य मिलाने की प्रक्रिया क्या कहलाती है? -डोपिंग
 ताप बढ़ाने पर अर्द्धचालक की चालकता पर क्या प्रभाव पड़ता है?
-चालकता बढ़ जाती है
 अतिचालकता की खोज किसने की थी? -नीदरलैण्ड के
भौतिकशास्त्री केमरलिंघ ओन्स (Kamerlingh onnes) ने
 कौन धारा के सबसे अच्छा बहाव का माध्यम है? -अतिचालक पदार्थ
 कौन पूर्णतः प्रतिचुम्बकीय होता है? -अतिचालक पदार्थ
 कोई पदार्थ जिस ताप पर अतिचालक बनता है उस ताप को क्या कहते हैं? -क्रांतिक ताप
 जब च-प्रकार के अईचालक को किसी विशेष विधि द्वारा द-प्रकार के चालक से जोड़ दिया जाता है तो यह निकाय क्या कहलाता है?
-संधि डायोड
 ट्राजिस्टर का आविष्कार किसने किया था?
-जॉन बरडीन, विलियम शाकले एवं वाल्टर बर्टन ने