छाल (bark in hindi) | छाल इन इंग्लिश | पेड़ छाल का कार्य पौधे के लिए | छाल (कॉर्क) की परिभाषा क्या है ?

छाल इन इंग्लिश | पेड़ छाल का कार्य पौधे के लिए | छाल (कॉर्क) की परिभाषा क्या है ? छाल (bark in hindi)

परिभाषा : कॉर्क कैम्बियम के बाहर पाए जाने वाले समस्त मृत ऊतकों को छाल कहते है।
केथरीन ईसू के अनुसार , वास्तविक रूप में छाल को उन जीवित और मृत कोशिकाओं अथवा ऊतकों का समूह कहा जा सकता है जो द्वितीयक फ्लोयम के बाहर की तरफ पाए जाते है। इस प्रकार वृहत परिप्रेक्ष्य में छाल के अंतर्गत प्राथमिक फ्लोयम , परिरंभ , वल्कुट , पेरीडर्म और अन्य मृत कोशिकाओं को शामिल किया जा सकता है। छाल के लिए प्राय: राइटीडोम शब्द का प्रयोग भी किया जाता है। लेकिन विशेष रूप में पेरीडर्म और इसके विकास के समय बने हुए सभी ऊतकों को राइटीडोम कहते है। हालाँकि कुछ वनस्पतिशास्त्रियों के अनुसार राइटीडोम में उन सभी ऊतकों को शामिल किया जा सकता है जो कॉर्क कैम्बियम की सबसे भीतरी परत के बाहर की तरफ स्थित होते है।
छाल की सभी कोशिकाएँ सुबेरिनयुक्त और मोटी भित्ति वाली होती है और इनके मध्य अन्तरकोशिकीय स्थान नहीं पाए जाते। कॉर्क कैम्बियम वल्कुट में जितनी अधिक गहराई तक धंसी रहती है तो छाल की मोटाई भी उतनी अधिक बढती जाती है। जब कॉर्क कैम्बियम पट्टियों के रूप में पायी जाती है तो छाल भी शल्कों अथवा पपड़ियो के रूप में बनती है। इस प्रकार की छाल को शल्की छाल (scaly bark) कहते है जैसे नीम , बरगद आदि में। लेकिन जब कॉर्क केम्बियम एक वलय के रूप में विकसित होती है तो छाल भी गोलाकार रूप में ही बनती है। इस प्रकार की छाल को वलय छाल (ring bark) कहते है।
यह भोज पत्र और अमरुद में पायी जाती है। छाल का प्रमुख कार्य वाष्पोत्सर्जन की दर को कम करना , पौधों को सुरक्षा प्रदान करना और जीवाणु अथवा कवक आदि को पौधों में प्रवेश करने से रोकने का होता है।

प्रश्न और उत्तर

प्रश्न 1 : संवहनी पौधों में कॉर्क है –
(अ) स्त्रावी ऊतक
(ब) संश्लेषी ऊतक
(स) संग्रही ऊतक
(द) सुरक्षात्मक ऊतक
उत्तर : (द) सुरक्षात्मक ऊतक
प्रश्न 2 : पेरीडर्म में सम्मिलित है –
(अ) कॉर्क
(ब) कॉर्क और कैम्बियम
(स) कॉर्क , कॉर्क कैम्बियम और द्वितीयक वल्कुट
(द) कॉर्क और द्वितीयक वल्कुट
उत्तर : (स) कॉर्क , कॉर्क कैम्बियम और द्वितीयक वल्कुट
प्रश्न 3 : किसी तने की मोटाई में वृद्धि मुख्यतः किस ऊतक के कारण होती है –
(अ) जाइलम
(ब) फ्लोयम
(स) वल्कुट
(द) एधा
उत्तर : (द) एधा
प्रश्न 4 : वातरन्ध्र कहा पाए जाते है –
(अ) जड़
(ब) फल
(स) तरुण शाखा
(द) उपरोक्त सभी
उत्तर : (द) उपरोक्त सभी
प्रश्न 5 : टाइलोसम वाहिका में कहा से प्रवेश करता है –
(अ) गर्त जोड़
(ब) रन्ध्र
(स) वातरन्ध्र
(द) स्थूलन
उत्तर : (अ) गर्त जोड़
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिये –
1.  कोर्क कैम्बियम को . . . . . . . भी कह्ते है।
2. सामान्यतया एक वार्षिक वलय . . . . . . . की द्वितीयक वृद्धि को निरुपित करती है।
3. छिद्रिल काष्ठ  . . . . . . . वर्ग के पौधों में पायी जाती है।
4. अन्तरापुलीय कैम्बियम  . . . . . . . से व्युत्पन्न होती है।
5. कैम्बियम दो प्रकार की कोशिकाओं  . . . . . . . और  . . . . . . .से बनी होती है।
6. अछिद्रिल काष्ठ  . . . . . . . में पायी जाती है।
उत्तर : 1. फेलोजन , 2. एकवर्ष , 3. आवृतबीजी , 4. संवहनी कैम्बियम , 5. अर प्रारंभिक , तर्कुरूप प्रारंभिक , 6. अनावृतबीजी
सत्य / असत्य बताइए –
1. कैम्बियम कोशिकाएँ अनुप्रस्थ तल में विभाजित होती है।
2. कैम्बियम की सभी कोशिकाएं एक समान होती है।
3. प्राथमिक जाइलम का निर्माण कैम्बियम द्वारा होता है।
4. एकबीजपत्री पौधों में प्राय: द्वितीयक वृद्धि नहीं पायी जाती है।
5. चीड़ की काष्ठ छिद्रिल प्रकार की होती है।
6. द्वितीयक फ्लोयम में टाइलोसम पाया जाता है।
उत्तर : 1. असत्य , 2. असत्य , 3. असत्य  , 4. सत्य , 5. असत्य , 6. असत्य