लघुबीजाणुधानी तथा गुरुबीजाणुधानी के बीच अन्तर स्पष्ट करें। Differences between Microsporangium and Megasporangium

प्रश्न 2. लघुबीजाणुधानी तथा गुरुबीजाणुधानी के बीच अन्तर स्पष्ट करें। इन घटनाओं के दौरान किस प्रकार का कोशिका विभाजन सम्पन्न होता है ? इन दोनों घटनाओं के अन्त में बनने वाली संरचनाओं के नाम बताएँ।

उत्तर: लघुबीजाणुधानी तथा गुरुबीजाणुधानी में अन्तर (Differences between Microsporangium and Megasporangium)

लघुबीजाणुधानी (Microsporangium)

1. लघुबीजाणुधानी पुंकेसर के परागकोश (anther) में विकसित होती है। इनका विकास परागकोश के चारों कोनों पर होता है।

2.लघुबीजाणुधानी चारों ओर से बाह्य त्वचा, अन्तःस्तर, मध्य स्तर तथा टेपीटम (tapetum) से घिरी होती है।

3. अनेक लघुबीजाणु मातृ कोशिकाओं से अर्द्धसूत्री विभाजन द्वारा असंख्य लघु बीजाणु (परागकण) बनते हैं।
4. लघुबीजाणु (परागकण) रेखीय (linear), चतुष्क | (tetrad), T-आकार में अथवा क्रॉसित (decussate) चतुष्क के रूप में व्यवस्थित होता है।

5.लघुबीजाणु (परागकण) परागकोश के स्फुटन से मुक्त हो। जाते हैं। ये पौधों के नर युग्मकोद्भिद होते हैं। इसमें नर युग्मक बनते हैं।

गुरुबीजाणुधानी (Megasporangium)

1. गुरुबीजाणुधानी अण्डप के अण्डाशय में जरायु से विकसित होती है। इन्हें सामान्यत: बीजाण्ड कहते हैं।
2. गुरुबीजाणुधानी (बीजाण्ड) चारों ओर से बाह्य तथा अन्तःअध्यावरण (integument) से घिरी होती है।

3. एकमात्र गुरुबीजाणु मातृ कोशिका से अर्द्धसूत्री विभाजन द्वारा चार अगुणित गुरुबीजाणु (megaspores) बनते हैं। इनमें से तीन नष्ट हो जाते हैं, एक गुरुबीजाणु क्रियाशील रहता है।

4. गुरुबीजाणु रेखीय क्रम में व्यवस्थित होते हैं।
5. गुरुबीजाणु वृद्धि करके भ्रूणकोष (embryo sac) बनाते हैं। यह मादा युग्मकोद्भिद कहलाता है। इसमें मादा युग्मक (अण्ड कोशिका) बनता है।

लघु तथा गुरुबीजाणुजनन के समय अर्द्धसूत्री विभाजन होता है। लघु तथा गुरुबीजाणुजनन के फलस्वरूप अन्त में नर तथा भ्रूणकोष या मादा युग्मकोद्भिद विकसित होते हैं।

यहाँ हमने कुछ लघुबीजाणुधानी (Microsporangium) तथा गुरुबीजाणुधानी (Megasporangium) में मुख्य अंतर का अध्ययन किया है , परीक्षा की दृष्टि से यह उत्तर पूर्ण माना जा सकता है |