द्रव्यमान संरक्षण का नियम क्या है , द्रव्यमान संरक्षण का नियम किसने प्रतिपादित किया था उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिए

law of conservation of mass in hindi द्रव्यमान संरक्षण का नियम क्या है , द्रव्यमान संरक्षण का नियम किसने प्रतिपादित किया था उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिए ?

रासायनिक संयोग के नियम (Laws of Chemical Combination) : रसायनज्ञों ने रासायनिक परिवर्तनों के मात्रात्मक अध्ययनों के आधार पर निम्न नियम प्रस्तुत किये जिन्हें रासायनिक संयोजन के नियम
कहते हैं।

द्रव्यमान संरक्षण का नियम (Law of Conservation of Mass) : • यह नियम फ्रान्स के रसायनज्ञ (Antoine Lavoisier) ए. लावूसिए ने दिया। [1789]

• यह नियम रासायनिक अभिक्रिया में क्रियाकारक व क्रियाफल पदार्थों की मात्राओं के बारे में बताता है। • इस नियम के अनुसार, “सभी भौतिक व रासायनिक परिवर्तनों में क्रिया में भाग लेने वाले सभी पदार्थों के कुल द्रव्यमान क्रिया के पश्चात् बनने वाले सभी पदार्थों के कुल द्रव्यमान के बराबर होता अत: इस आधार पर हम कह सकते हैं कि ना तो पदार्थ नष्ट होता है ना ही पदार्थ को उत्पन्न किया जा सकता है। • निम्न प्रयोग उपरोक्त नियम की व्याख्या को सिद्ध करते हैं (a) जब किसी पदार्थ की भौतिक अवस्था बदलती है— • हम एक फ्लास्क में बर्फ (ठोस) का टुकड़ा लेते हैं इसे अच्छी तरह कार्क करके तोलते हैं। अब फ्लास्क को गर्म करते हैं तो बर्फ पिघल कर जल में (द्रव) बदल जाती है।

बर्फ(ठोस) ——> गर्म , जल (द्रव)
• अब फ्लास्क को पुन: तोलते हैं तो यह पाया गया कि इसका द्रव्यमान – पहले वाले द्रव्यमान के तुल्य ही था।
नोट-अत: किसी भी पदार्थ के भौतिक परिवर्तन पर द्रव्यमान में कोई भी परिवर्तन नहीं होता।
(b) जब कोई पदार्थ रासायनिक परिवर्तन में भाग लें• वैज्ञानिक लेण्डोल्ट ने NaCl और AgNO3 दोनों विलयनों को लेण्डोल्ट ट्यूब की दोनों भुजाओं में लिये।
भुजाओं को कोर्क के द्वारा अच्छी तरह बन्द करके ट्यूब को तोल लिया गया। इसके बाद दोनों विलयनों को आपस में मिश्रित कराया गया।
• AgCI का सफेद अवक्षेप प्राप्त हुआ।
NaCl (aq) + AgNO3 (aq) → AgCl + NaNO3(aq) उपरोक्त अभिक्रिया के पश्चात् ट्यूब का पुनः द्रव्यमान लिया गया, तो यह पाया गया कि इसके द्रव्यमान में कोई परिवर्तन नहीं हुआ। उपरोक्त दोनों प्रयोगों द्वारा द्रव्यमान संरक्षण नियम सिद्ध होता है।
उदा.18. 5.85 ग्राम NaCI विलयन को कितने ग्राम AgNO3 के साथ मिलाया जाये कि 14.35 ग्राम AgCI व 8.5 ग्राम NaNO3 प्राप्त हो सके, यदि द्रव्यमान संरक्षण नियम सत्य हो।
हल- AgNO3 + NaCl       →      AgCI      +      NaNO3
           xg              5.85g.              14.35g     8.5g
द्रव्यमान संरक्षण नियम के अनुसार,
x + 5.85 = 14.35 + 8.5 = 14.35 + 8.5 – 5.85 = 17.0g
उदा. 19. यदि 4.2 ग्रान NAHCO3 को 10.0 ग्राम CH3COOH विलयन में मिलाया गया तो 2.2 ग्राम CO2 वायुमण्डल में चली गयी और 12.0 ग्राम अवशेष प्रात तुआ बताइये कि द्रव्यमान संरक्षण नियम सत्य है।
हल – NaHCO3 + CH3COOH ——-> CH3COONa + H2O + CO2 4.2 g 10.0g 12.0g 2.2g अवशेष
क्रियाकारक पदार्थों का कुल द्रव्यमान = क्रियाफल पदार्थों का कुल द्रव्यमान
4.2 + 10.0 = 12.0+2.2
14.2 = 14.2
अतः उक्त अभिक्रिया द्रव्यमान संरक्षण नियम के अनुकूल है।
उदा. 100 g CaCO3 को गर्म करने पर 56g Ca0 तथा 44gm CO2 प्राप्त हुई। सिद्ध कीजिए कि आंकड़े द्रव्यमान संरक्षण के नियम के अनुरूप है।
हल- Caco → Cao + CO2 अभिकारक का द्रव्यमान = 100g
उत्पादों का द्रव्यमान = 56 +44 =100g
अतः आंकड़े द्रव्यमान संरक्षण के नियम के अनुरूप है।