कविराजमार्ग के रचयिता , कवि राजमार्ग किस भाषा में लिखी गई है कवि राजमार्ग किस भाषा में लिखी गई है

kavirajamarga is a book written in which language in hindi written by whom कविराजमार्ग के रचयिता , कवि राजमार्ग किस भाषा में लिखी गई है कवि राजमार्ग किस भाषा में लिखी गई है ?

प्रश्न : निम्नलिखित में से कौन-सी पुस्तक राष्ट्रकूट के राजा अमोघवर्ष ने लिखी थी?
(अ) आदिपुराण (ब) गणितसार संग्रह
(स) साकतायन (द) कविराजमार्ग
S.S.C. संयुक्त स्नातक स्तरीय (Tier-I) परीक्षा, 2014

उत्तर-(द)
गोविंद तृतीय का पुत्र अमोघवर्ष धर्म और साहित्य का अनुरागी राष्ट्रकूट शासक था और उसने स्वयं कन्नड़ भाषा में ‘कविराजमार्ग‘ नामक ग्रंथ लिखा था। ‘आदिपुराण‘ को जिनसेन ने, ‘गणितसार संग्रह‘ को महावीराचार्य ने और ‘अमोघवृत्ति‘ को साकतायन ने लिखा है।

 दक्षिण भारत
ऑनलाइन परीक्षा-प्रश्न (2016)
 चोलों के समय का श्बृहदेश्वर मंदिरश् कहां स्थित है? – तंजावुर
 संगम साहित्य के संरक्षक कौन थे? – पांड्य
 महाबलीपुरम स्थित एकाश्मीय शैल मंदिरों का प्रसिद्ध नाम क्या है? – रथ
 नरसिंह वर्मन I-, महेंद्र वर्मन I ,परमेश्वर वर्मन I एवं नंदी वर्मन में से कौन-से पल्लव राजा ने चालुक्य सम्राट राजा पुलकेशिन II को पराजित करके और उनका वध करके ‘वातापीकोंड‘ का खिताब हासिल किया? -नरसिंह वर्मन I
ऑफलाइन परीक्षा-प्रश्न (2006-2015)
1. संगम काल में रोमन व्यापार का केंद्र बताइए-
(अ) मदुरै (ब) अरिकमेडु
(स) पूम्पुहर (द) मुसिरि
S.S.C. मल्टी टास्किंग परीक्षा, 2013
उत्तर-(ब)
अरिकमेडु एक प्रसिद्ध व्यापारिक केंद्र था, जहां देश के विभिन्न भागों से व्यापारिक वस्तुएं एकत्र की जाती थीं तथा फिर यहां से रोम को जाती थीं। अरिकमेडु (पांडिचेरी) की खुदाई से रोमन द्वीप के टुकड़े, कांच के कटोरे, रत्न, मनके तथा बर्तन प्राप्त किए गए हैं। अतः स्पष्ट है कि संगम काल में अरिकमेडु रोमन व्यापार के मुख्य केंद्रों में से एक था।
2. गंगा को उत्तर से दक्षिण ले जाने वाला चोल राजा कौन-सा था?
(अ) राजराजा चोल (ब) महेंद्र
(स) राजेंद्र चोल (द) परांतक
S.S.C.  स्नातक स्तरीय परीक्षा, 2010
S.S.C.  संयुक्त हायर सेकण्डरी (10़2) स्तरीय परीक्षा, 2010
उत्तर-(स)
राजेंद्र चोल, गंगा को उत्तर से दक्षिण ले जाने वाला चोल राजा था।
3. चोल राजा राजेंद्र ने निम्नलिखित में से कौन-सी पदवी धारण नहीं की थी?
(अ).त्यागसमुद्र (ब) गंगैकोंड
(स) मुडीकोंडा (द) पंडित चोल
S.S.C. स्नातक स्तरीय परीक्षा, 2006
उत्तर-(अ)
त्याग समुद्र की उपाधि विक्रम चोल ने धारण की थी। शेष सभी उपाधियां राजेंद्र प्रथम ने अपनी विजय के विभिन्न अवसरों पर धारण की थी।
4. अधिकांश चोलकालीन मंदिर किस देवी देवता को समर्पित हैं?
(अ) विष्णु (ब) शिव
(स) ब्रह्मा (द) दुर्गा
S.S.C. (डाटा एंट्री ऑपरेटर) परीक्षा, 2008
उत्तर-(ब)
अधिकांश चोलकालीन मंदिर शिव को समर्पित हैं। राजराज प्रथम द्वारा निर्मित तंजोर का वृहदीश्वर मंदिर भगवान शिव को समर्पित था।
5. राष्ट्रकूटों की प्रारंभिक राजधानी निम्नलिखित में से कौनसी थी?
(अ) सोपारा (ब) एलोरा
(स) वातापी (द) अजंता
S.S.C. संयुक्त हायर सेकण्डरी (10़2) स्तरीय परीक्षा, 2015
उत्तर-(*)
प्रारंभिक राष्ट्रकूट बादामी या वातापी के चालुक्यों के अधीन सामंत थे। 760 ई. में दंतिवर्मा (राष्ट्रकूट) ने चालुक्य शासक कीर्तिवर्मा द्वितीय को पराजित कर मान्यखेट को अपनी राजधानी बनाया।
6. एलोरा में कैलाशनाथ मंदिर का निर्माण किसने किया?
(अ) राजेंद्र I (ब) महेंद्रवर्मन I
(स) कृष्ण I (द) गोविंद I
S.S.C. संयुक्त स्नातक स्तरीय (Tier-I) परीक्षा, 2014
उत्तर-(स)
महाराष्ट्र के एलोरा में कैलाशनाथ मंदिर का निर्माण राष्ट्रकूट नरेश कृष्ण प्रथम ने किया था। यह मंदिर बेसर शैली में निर्मित है।
7. एलोरा में प्रसिद्ध शिव मंदिर का निर्माण किसने करवाया था?
(अ) मौर्य सम्राट अशोक
(ब) गुप्त शासक समुद्रगुप्त
(स) चालुक्य राजा पुलिकेशिन II
(द) राष्ट्रकूट शासक कृष्ण I
S.S.C.  संयुक्त हायर सेकण्डरी (10़2) स्तरीय परीक्षा, 2015
उत्तर-(द)
उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।
8. एलोरा में गुफाएं और शैलकृत मंदिर हैं-
(अ) हिंदू और बौद्ध (ब) बौद्ध और जैन
(स) हिंदू और जैन (द) हिंदू, बौद्ध और जैन
S.S.C.  स्नातक स्तरीय परीक्षा, 2008
उत्तर-(द)
एलोरा में अवस्थित गुफाएं एवं शैलकृत मंदिरों का संबंध हिंदू, बौद्ध और जैन धर्मों के साथ है। औरंगाबाद के एलोरा में अधिकांश गुफाओं एवं शैलकृत मंदिरों का निर्माण राष्ट्रकूट शासकों द्वारा कराया गया था।

10. महाबलीपुरम् के सप्त पैगोडा किसके द्वारा संरक्षित कला के साक्षी हैं?
(अ) पल्लवों (ब) पांड्यों
(स) चोलों (द) चेरों
S.S.C.  स्नातक स्तरीय परीक्षा, 2008
उत्तर-(अ)
महाबलीपुरम् के सप्त पैगोडा, पल्लवों द्वारा संरक्षित कला के साक्षी हैं। इसका निर्माण पल्लव नरेश नरसिंह वर्मन I ने करवाया।
11. निम्नलिखित में से क्या राष्ट्रकूटों का सर्वाधिक चिरस्थायी योगदान है?
(अ) कैलाश मंदिर
(ब) कन्नड़ काव्य के तीन कवि पंपा, पोन्ना और रान्ना
तथा कैलाश मंदिर
(स) जैनवाद का संरक्षण
(द) विजय
S.S.C. संयुक्त हायर सेकण्डरी (10़2) स्तरीय परीक्षा, 2014
उत्तर-(ब)
कन्नड़ काव्य के कवि पंपा, पोन्ना और रान्ना के संरक्षण सहित कैलाश मंदिर का निर्माण राष्ट्रकूटों का सर्वाधिक चिरस्थायी योगदान है। राष्ट्रकूट शासक कृष्ण प्रथम ने एलोरा में ठोस चट्टान कटवा कर कैलाश मंदिर बनवाया, जो वास्तुकला का आश्चर्य माना जाता है।
12. कौन-सा प्राचीन भारतीय साम्राज्य नीचे उसकी राजधानी के साथ गलत जोड़े के रूप में अंकित है?
(अ) मौर्य-पाटलिपुत्र (ब) पंड्या-मदुराई
(स) पल्लव-वेल्लोर (द) काकतीया-वारांगल
S.S.C. संयुक्त हायर सेकण्डरी (10़2) स्तरीय परीक्षा, 2013
उत्तर-(स)
वेल्लौर, पल्लव वंश की राजधानी नहीं थी। पल्लव वंश की राजधानी कांची थी। शेष सभी विकल्प सही हैं।
13. किस पल्लव शासक के शासन काल में, पल्लवों और चालुक्यों के बीच लंबा संघर्ष शुरू हो गया था?
(अ) महेंद्रवर्मन I (ब) सिम्हाविष्णु
(स) नरसिम्हावर्मन I (द) महेंद्रवर्मन II
S.S.C. मल्टी टास्किंग परीक्षा, 2013
उत्तर-(अ)
महेंद्रवर्मन प् (600-630 ई.) के शासनकाल में, पल्लवों और चालुक्यों के बीच लंबा संघर्ष शुरू हो गया था।
14. पुलकेशिन प्प् किसका महानतम शासक था?
(अ) कल्याणी के चालुक्य (ब) कांची के पल्लव (स) तमिलनाडु के चोल (द) वातापी के चालुक्य
S.S.C. संयुक्त स्नातक स्तरीय (Tier-I) परीक्षा, 2013
उत्तर-(द)
पुलकेशिन प्प् का चालुक्य वंश (वातापी) से संबंध था। यह इस वंश का सबसे प्रतापी राजा था। इस वंश की स्थापना जय सिंह ने की थी।
15. निम्न में से कौन-सा शिलालेख चालुक्य सम्राट, पुलकेशिन प्प् से संबंधित है?
(अ) मासकी (ब) हाथीगुम्फा
(स) एहोल (द) नासिक
S.S.C.  संयुक्त हायर सेकण्डरी (10़2) स्तरीय परीक्षा, 2013
उत्तर-(स)
एहोल शिलालेख, चालुक्य सम्राट पुलकेशिन द्वितीय से संबंधित है। यह लेख एक प्रशस्ति के रूप में है तथा इसकी भाषा संस्कृत है। इसकी लिपि दक्षिणी ब्राह्मी है। इस लेख की रचना रविकीर्ति ने की थी। हर्षवर्धन के साथ पुलकेशिन द्वितीय के युद्ध पर भी यह लेख प्रकाश डालता है। प्रशस्ति के अंत में लेखक ने यह दावा किया है कि उसने इसे लिखकर कालिदास तथा भारवि के समान यश प्राप्त किया है।
16. रविकीर्ति, जो एक जैन थे और जिन्होंने एहोल प्रशस्ति की रचना की थी, को किसका संरक्षण प्राप्त था?
(अ) पुलकेशिन I (ब) हर्ष
(स) पुलकेशिन II (द) खारवेल
S.S.C. संयुक्त हायर सेकण्डरी (10़2) स्तरीय परीक्षा, 2014
उत्तर-(स)
एहोल प्रशस्ति के रचनाकार रविकीर्ति जैन कवि था और इसको चालुक्य शासक पुलकेशिन द्वितीय का संरक्षण प्राप्त था। इसने एहोल अभिलेख में पुलकेशिन द्वितीय की विजयों का विस्तृत विवरण दिया था।
17. पश्चिमी चातुक्य वंश का प्रसिद्ध शासक कौन था?
(अ) पुलकेशिन II (ब) पुलकेशिन I
(स) रविकीर्ति (द) मंगलेश
S.S.C. मल्टी टास्किंग परीक्षा, 2013
उत्तर-(अ)
पुलकेशिन प्, पश्चिमी चालुक्य वंश का सबसे प्रतापी राजा था। पुलकेशिन द्वितीय ने हर्षवर्धन को हराकर ‘परमेश्वर‘ की उपाधि धारण की थी।
18. महाबलीपुरम् में रथ मंदिरों का निर्माण किस पल्लव शासक के शासनकाल में हुआ था?
(अ) महेंद्रवर्मन प्रथम (ब) नरसिंहवर्मन प्रथम
(स) परमेश्वरवर्मन प्रथम (द) नंदीवर्मन प्रथम
S.S.C. मैट्रिक स्तरीय परीक्षा, 2008
उत्तर-(ब)
महाबलीपुरम् में रथ मंदिरों का निर्माण नरसिंहवर्मन प्रथम के शासनकाल में हुआ था। रथ मंदिरों में द्रोपदी रथ, भीम रथ तथा युधिष्ठिर रथ प्रसिद्ध थे।
19. निम्नलिखित में से किस चोल राजा ने लंका (सिंहल) को पहले जीता था?
(अ) आदित्य प्रथम (ब) राजराज प्रथम
(स) राजेंद्र (द) विजयालय
S.S.C. मैट्रिक स्तरीय परीक्षा, 2008
उत्तर-(इ)
चोलों द्वारा श्रीलंका एवं दक्षिण-पूर्व एशिया को जीता गया था। चोल शासक राजराज प्रथम ने सिंहल पर आक्रमण कर उसके उत्तरी हिस्से पर अधिकार कर लिया जबकि संपूर्ण सिंहल तथा दक्षिण-पूर्व एशिया की विजय का श्रेय राजेंद्र प्रथम को दिया जाता है। दक्षिण-पूर्व एशिया के श्रीविजय (शैलेंद्र) राज्य के अंतर्गत मलय प्रायद्वीप, जावा, सुमात्रा तथा अन्य द्वीप सम्मिलित थे। मालदीव की विजय का श्रेय राजराज प्रथम को प्राप्त है।
20. किस चोल शासक ने श्रीलंका के उत्तरी भाग को जीतकर अपने साम्राज्य का एक प्रांत बनाया था?
(अ) परांतक (ब) राजेंद्र प्रथम
(स) राजराज (द) अधिराजेंद्र
S.S.C. मैट्रिक स्तरीय परीक्षा, 2006
उत्तर-(स)
उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।
21. उत्तरमेरूर शिलालेख से किसके प्रशासन से संबंधित जानकारी मिलती है?
(अ) पल्लव (ब) चोल
(स) चालुक्य (द) सातवाहन
S.S.C. संयुक्त स्नातक स्तरीय (Tier-I) परीक्षा, 2013
उत्तर-(ब)
उत्तरमेरूर, तमिलनाडु के कांचीपुरम जिले में स्थित है। यहां से प्राप्त शिलालेख चोलों के ग्रामीण प्रशासन के बारे में जानकारी देता है। यह शिलालेख लगभग 920 ई. के आसपास के समय का है।
22. किस चोल शासक ने नई राजधानी ‘गंगईकोंडा चोलपुरम्‘ का निर्माण किया?
(अ) राजेंद्र (ब) विजयलाला
(स) आदित्य (द) राजराज
S.S.C.  मल्टी टास्किंग परीक्षा, 2013
उत्तर-(अ)
चोलों की नई राजधानी ‘गंगईकोंडा चोलपुरम्‘ का निर्माण राजेंद्र चोल प्रथम द्वारा करवाया गया था।
23. ऐलोरा में ठोस शैल को काटकर बनाए गए प्रसिद्ध कैलाश मंदिर का निर्माण निम्नलिखित में से किनके संरक्षण में किया गया था?
(अ) चोल (ब) कदम्ब
(स) पल्लव (द) राष्ट्रकूट
S.S.C. मैट्रिक स्तरीय परीक्षा, 2008
उत्तर-(द)
ऐलोरा के कैलाश मंदिर का निर्माण राष्ट्रकूट वंश के राजा कृष्ण प्रथम ने करवाया था। ऐलोरा, महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में वेरूल नामक स्थान पर स्थित है, जहां 34 शैलकृत गुफाएं बनाई गई हैं। ऐलोरा की गुफा में 10 चैत्य गृह हैं, जो शिल्प देवता विश्वकर्मा को समर्पित हैं।
24. प्रसिद्ध दिलवाड़ा मंदिर स्थित है-
(अ) राजस्थान में (ब) उत्तर प्रदेश में
(स) मध्य प्रदेश में (द) महाराष्ट्र में
S.S.C.K F.C.I. परीक्षा, 2012
उत्तर-(अ)
दिलवाड़ा का प्रसिद्ध ‘जैन मंदिर‘ माउंट आबू (सिरोही, राजस्थान) स्थित है। चालुक्य शासक भीमदेव प्रथम (1022-1064 ई.) के मंत विमलशाह ने इसे बनवाया था।
25. चोल राजाओं का शासन था-
(अ) तमिलनाडु पर (ब) आंध्र प्रदेश पर
(स) केरल पर (द) बंगाल पर
S.S.C. संयुक्त हायर सेकण्डरी (10़2) स्तरीय परीक्षा, 2010
उत्तर-(अ)
चोल साम्राज्य के चरमोत्कर्ष के समय चोल साम्राज्य में दक्षिणी राज्यों का अधिकांश भाग सम्मिलित था परंतु चोल साम्राज्य की स्थापना एवं पतन के समय यह तमिलनाडु राज्य के अंदर ही सिमटा हुआ था।
26. प्राचीन चोल साम्राज्य की राजधानी कहां पर थी?
(अ) उरैयुर (ब) कावेरीपूमपट्टीनम
(स) तंजावुर (द) मदुरई
S.S.C. संयुक्त हायर सेकण्डरी (10़2) स्तरीय परीक्षा, 2013
उत्तर-(अ)
प्राचीन चोल (संगमकालीन) साम्राज्य की राजधानी ‘उरैयुर‘ थी। संगमकालीन इस वंश के शक्तिशाली शासक कारीकल द्वारा राजधानी को ‘कावेरीपट्टनम‘ में स्थानांतरित किया गया। 9वीं शताब्दी में विजयालय ने ‘तंजौर‘ को चोल राज्य की राजधानी बनाया।
27. द्वितीय पांड्यन साम्राज्य के भूमि माप का उल्लेख किसमें किया गया है?
(अ) थलवईपुरम् तांबे की प्लेटों (ब) उत्तिरमेरू शिलालेख (स) कुडुमियमलई शिलालेख (द) कसाकुडी तांबे की प्लेटों
S.S.C. संयुक्त स्नातक स्तरीय (Tier-I) परीक्षा, 2014
उत्तर-(अ)
द्वितीय पांड्यन साम्राज्य के भूमि माप का उल्लेख थलवईपुरम् की तांबे की प्लेटों में किया गया है।
28. पुस्तक ‘कथासरितसागर‘ किसने लिखी थी?
(अ) सोमेश्वर प्प्प् (ब) कल्हण
(स) पृथ्वीराज चैहान (द) सोमदेव
S.S.C.  मल्टी टास्किंग परीक्षा, 2014
उत्तर-(द)
सोमदेव ने ‘कथासरितसागर‘ नामक पुस्तक लिखी।
29. विक्रमांकदेवचरित के लेखक कौन थे?
(अ) बिल्हण (ब) पन्ना
(स) पम्पा (द) रन्ना
S.S.C. मल्टी टास्किंग परीक्षा, 2014
उत्तर-(अ)
विक्रमांकदेवचरित के लेखक बिल्हण थे।