प्रश्न 1. एक आवृतबीजी पुष्प के उन अंगों के नाम बताएँ , जहाँ पर नर एवं मादा युग्मकोद्भिद का विकास होता है ?
उत्तर : नर युग्मकोद्भिद अर्थात् परागकण का विकास पुंकेसर के परागकोश में तथा मादा युग्मकोद्भिद अर्थात् भ्रूणकोष का विकास बीजाण्ड (गुरुबीजाणुधानी) जो कि अण्डाशय में स्थित होता है, में होता है।
अर्थात एक आवृतबीजी पुष्प के उन अंगों का नाम पुंकेसर का परागकोश और बीजाण्ड (गुरुबीजाणुधानी) होता है जिसमें क्रमशः नर और मादा युग्मकोद्भिद का विकास होता है |
अब अगर बात करे कि पुंकेसर किसे कहते हैं ?
तो याद रखिये कि किसी भी फूल के शीर्ष का वह भाग जिस स्थान पर पराग कोष उत्पन्न होते है उस स्थान को पूंकेसर कहा जाता है |
अब बात करे कि बीजांड क्या होता है ?
किसी भी बीज पौधे में स्थित वह संरचना या भाग जहाँ पर मादा प्रजनन कोशिकाओं का निर्माण होता है उसे बीजाण्ड कहते हैं |