ऊष्म व्यंजन कौन से हैं ? उष्म व्यंजन कौन-कौन से होते हैं ऊष्म व्यंजनों की संख्या कितनी होती है ?

उष्म व्यंजन कौन-कौन से होते हैं ऊष्म व्यंजनों की संख्या कितनी होती है ? ऊष्म व्यंजन कौन से हैं ?

वर्णमाला व विराम चिन्ह से सम्बन्धित अध्यायवार प्रश्नकोश

1. हिंदी वर्णमाला में ऊष्म व्यंजन कौन से हैं?
(अ) श, ष, स, ह (ब) त, थ, द, ध
(स) ट, ठ, ड, ढ़, (द) च, छ, ज, झ. .
उत्तर (अ) , ऊष्म व्यंजनों की संख्या = 4 होती है : U.P.P.C.S. (Pre) -2012
2. हिंदी के जिन वर्णों का उच्चारण करते समय केवल श्वास का प्रयोग किया जाए उन वर्णों को कहते हैं-
(अ) अघोष (ब) सघोष
(स) अल्पप्राण (द) महाप्राण
उत्तर (अ)ः U.P.P.C.S. (Pre) -2012
3. य, र, ल, व व्यंजनों को कहते हैं?
(अ) स्पर्श व्यंजन (ब) अन्तःस्थ व्यंजन
(स) ऊष्म व्यंजन (द) उपर्युक्त में से कोई नहीं
उत्तर (ब)ः U.P.P.C.S. (Pre) -2013
4. निम्नलिखित में ओष्ठ ध्वनि है-
(अ) ल (ब) र
(स) स (द) फ
उत्तर (द)ः B.Ed. . 2003
5. टवूमस को हिंदी में कहते हैं-
(अ) अक्षर (ब) व्यंजन
(स) स्वर (द) संवृत
उत्तर (स)ः B.Ed.  -2002
6. जिन शब्दों के अंत में ‘अ‘ आता है, उन्हें क्या कहते हैं?
(अ) अनुस्वार (ब) अयोगवाह
(स) अंतःस्थ (द) अकारांत
उत्तर (द)ः B.Ed.  -2002

हिन्दी वर्णमाला व विराम चिन्ह

वर्णमाला: एक दृष्टि में
वर्ण तालिका

स्वर व्यंजन

ऽ स्वर की संख्या = 11
ऽ व्यंजन की संख्या = 41/52
नोटः ड़, ढ़ (उत्क्षिप्त); ज़्ा, फ़ (विदेशी)

स्वरों का वर्गीकरण व उच्चारण स्थान
वर्ण
नाम उच्चारण-स्थान हृस्वस्वर दीर्घस्वर निरानुनासिक/मौखिक स्वर अनुनासिक स्वर
कंठ्य कंठ अ आ अ, आ अँ, आँ
तालव्य तालु
(मुँह के भीतर छत का पिछला भाग) इ ई इ इँ
मूर्धन्य मूर्धा
(मुँह के भीतर की छत का अगला भाग)
कंठ $ तालु (कंठतालव्य)
ओष्ठ $ कंठ (कंठोष्ठय)


ए, ऐ
ओ, औ
ओष्ठ्य ओष्ठ/ओंठ

हिन्दी वर्णमाला: पुनर्विलोकन
ऽ जिन वर्णों का उच्चारण बिना किसी अवरोध के तथा बिना किसी दूसरे वर्ण की सहायता से होता है, उन्हें क्या कहते हैं? – स्वर
ऽ जिन स्वरों के उच्चारण में कम समय लगता है, उन्हें क्या कहते हैं?
-ह्रस्व स्वर
ऽ जिन स्वरों के उच्चारण में ह्रस्व स्वरों से अधिक समय लगता है, उन्हें क्या कहते हैं? -दीर्घ स्वर
ऽ ह्रस्व स्वर हैं- अ, इ, उ, ऋ
ऽ मूल स्वर हैं – अ, इ, उ, ऋ
ऽ दीर्घ स्वर हैं- आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ।
ऽ आगत स्वर हैं- ऑ
ऽ अग्र स्वर हैं – इ, ई, ए, ऐ
ऽ मध्य स्वर हैं – अ
ऽ पश्च स्वर हैं- आ, उ,ऊ, ओ, औ, ऑ
ऽ संवत स्वर हैं – ई, ऊ
ऽ अर्द्ध संवत हैं – इ, उ
ऽ विवृत हैं – आ, ऐ, औ
ऽ अर्द्ध विवृत हैं – ए, अ, ओ, ऑ
ऽ व्यंजनों की संख्या- (41)
ऽ स्पर्श व्यंजनों की संख्या- (27)
ऽ अंतःस्थ व्यंजनों की संख्या- (4)
ऽ ऊष्म व्यंजनों की संख्या – (4)

व्यंजनों का वर्गीकरण व उच्चारण स्थान
वर्ण
नाम उच्चारण-स्थान अघोष
अल्पप्राण अघोष
महाप्राण सघोष
अल्पप्राण सघोष
महाप्राण सघोष
अल्पप्राण
नासिक्य
कंठ्य कंठ क ख ग घ ङ
तालव्य तालु (मुँह के भीतर छत का पिछला भाग) च छ ज ज़ झ ञ
मूर्धन्य मूर्धा (मुँह के भीतर की छत का अगला भाग) ट ठ ड ढ ढ़ ण
दंत्य ऊपरी दाँतों के निकट से त थ द ध न
ओष्ठ्य दोनों ओठों से प फ फ़ ब भ म
तालव्य तालु (मुँह के भीतर छत का अगला भाग) – श य
वत्स्र्य दंत $ मसूड़ा (दंत मूल से) – स र, ल
दंत्योष्ठ्य ऊपर के दाँत $ निचला ओंठ – – व
मूर्धन्य मूर्धा (भीतर की छत का अगला भाग) – ष –
स्वरयंत्रीय स्वर यंत्र (कंठ के भीतर स्थित) – – – ह
उत्क्षिप्त जिनके उच्चारण में जीभ ऊपर उठकर
झटके के साथ नीचे को आये। – – ड़ ढ़
ऽ आगत/गृहीत ध्वनियाँ…. क……स्पर्शी ख, ग, ज, फ…… (ऊष्म / संघर्षी)
ऽ अयोगवाह– अनुस्वार (-), विसर्ग (ः)

ऽ आगत व्यंजनों की संख्या – (2)
ऽ संयुक्त व्यंजनों की संख्या- (4)
ऽ क-वर्ग ध्वनियाँ हैं – क्, ख्, ग्, घ्, ङ
ऽ च-वर्ग ध्वनियाँ हैं – च्, छ्, ज्, झ्, ञ्
ऽ ट-वर्ग ध्वनियाँ हैं – ट्, ठ्, ड्, ढ्, ण (ड्, ढ्)
ऽ त-वर्ग ध्वनियाँ हैं- त्, थ्, द्, ध्, न्
ऽ प-वर्ग ध्वनियाँ हैं- प्, फ्, ब्, भ्, म्
ऽ अन्तःस्थ व्यंजन हैं- य, र, ल, व
ऽ अर्धस्वर हैं- य, व
ऽ लुंठित व्यंजन हैं – र
ऽ पार्शि्वक व्यंजन हैं- ल
ऽ ऊष्म-संघर्षी व्यंजन हैं-स, श, ष, ह
ऽ उत्क्षिप्त व्यंजन हैं- ड, ढ़
ऽ अघोष व्यंजन हैं- प्रत्येक वर्ग के प्रथम और द्वितीय वर्ण तथा फ, श, ष, स
ऽ सघोष व्यंजन हैं- प्रत्येक वर्ग के तृतीय, चतुर्थ, पंचम वर्ण तथा ड, ढ, ज, य, र, ल, व, ह (एवं सभी स्वर सघोष हैं)
ऽ अल्पप्राण व्यंजन हैं- प्रत्येक वर्ग में प्रथम, तृतीय, पंचम वर्ण तथा अन्तःस्थ वर्ण
ऽ महाप्राण व्यंजन हैं- प्रत्येक वर्ग के द्वितीय व चतुर्थ वर्ण तथा ऊष्म वर्ण।
ऽ नासिक्य व्यंजन हैं- ङ्, ञ्, ण्, न्, म्
ऽ कंठ व्यंजन है – क्, ख्, ग्, घ्, ङ
अनुप्रेक्षा
ऽ हिंदी में मूलतः वर्णों की संख्या कितनी है। -52
ऽ ‘क्ष‘ वर्ण किसके योग से बना है? -क् $ ष्
ऽ कौन सा वर्ण उच्चारण की दृष्टि से दंत्य नहीं है? ‘क‘
ऽ वर्ण उच्चारण की दृष्टि से क्या है? -कंठ्य
ऽ वह छोटी से छोटी ध्वनि जिसके टुकड़े नहीं हो सकते, उसे क्या कहते हैं? -वर्ण
ऽ हिंदी वर्णमाला में स्वरों की कुल संख्या कितनी है – 11
ऽ कंठ्य ध्वनियाँ कौन-सी है? -क,ख
ऽ ‘ए‘ ‘ऐ‘ वर्ण क्या कहलाते हैं – कंठतालव्य
ऽ ‘अयोगवाह‘ वर्ण कौन से हैं? -अं,अः।
ऽ अघोष वर्ण कौन-सा है? -स (महाप्राण)
ऽ हिंदी की श्शश् ध्वनि है- तालव्य – अघोष (महाप्राण)
ऽ य, र, ल, व किस प्रकार के व्यंजन हैं? -अन्तःस्थ

ऽ तालव्य व्यंजन हैं- च्, छ्, ज्, झ्, ञ्, श्, य्
ऽ मूर्धन्य व्यंजन है- ट्, ठ्, ड्, द्, ण्, (ढ़), ष
ऽ दत्य व्यंजन हैं- त्, थ्, द्, ध्, न्
ऽ ओष्ठ्य व्यंजन हैं- प्, फ् (फ़), ब्, भ्, म्
ऽ दंत्योष्ठ्य व्यंजन हैं- व्
ऽ स्वरयंत्रीय व्यंजन हैं- ह्