JOIN us on
WhatsApp Group Join Now
Telegram Join Join Now

हिंदी माध्यम नोट्स

Categories: Physics

इलेक्ट्रोस्टैटिक या स्थिरवैद्युतिकी की परिभाषा क्या है ? electrostatics meaning in hindi , इलेक्ट्रोस्टाटिक्स

electrostatics meaning in hindi , इलेक्ट्रोस्टैटिक या स्थिरवैद्युतिकी की परिभाषा क्या है ? हिंदी में इलेक्ट्रोस्टाटिक्स परिभाषा :-

स्थिर विद्यु तिकी :  विज्ञान की किस शाखा के अंतर्गत स्थिर आवेशों के द्वारा उत्पन्न विभिन्न प्रकार के बलों ,  क्षेत्रों तथा विभव के बारे में अध्ययन किया जाता है |

हम हमारे दैनिक जीवन में यह देख सकते हैं कि जब हमारा शरीर किसी विद्युत रोधी वस्तु के साथ घर्षण करता है अर्थात रगड़ा जाता है तो हमारे शरीर से आवेशों का विसर्जन उन विद्युत रोधी पृष्ठों पर रगड़ के कारण उत्पन्न होकर एकत्रित हो जाता है |

 ऐसा देखने के लिए हम यह देख सकते हैं कि शुष्क मौसम में जब हम ऊनी वस्त्रों को उतारते हैं तो उतारते समय चटचट की आवाज  आसानी से सुनी जा सकती है तथा साथ ही छोटी-छोटी चिंगारियां भी देखी जा सकती है|

सेजल शुष्क मौसम होता है और शुष्क हवा चलती रहती है तो कुछ दूरी से चली आ रही कार का दरवाजा खोलने पर लोहे की छड़ को पकड़ने पर तो हल्का सा विद्युत का झटका अनुभव होता है |

 इन सभी उदाहरणों से हम कह सकते हैं कि हमारे शरीर से  जब विद्युत रोधी पदार्थ को रगड़ा जाता है तो हमारे शरीर से आवेश विद्युत रोधी पदार्थ में रगड़ के कारण उत्पन्न और एकत्रित हो जाता है |

  विद्युत रोधी पदार्थ पर उत्पन्न और एकत्रित यह आवेश केवल उसी स्थान पर एकत्रित रह सकता है जहां पर यह उत्पन्न हुआ है क्योंकि विद्युत रोधी पदार्थ में आवेश का चालन नहीं होता है अतः इस प्रकार के आवेश को हम स्थिर आवेश कहते हैं और स्थिर आवेश के कारण उत्पन्न विभिन्न प्रकार के बल ,  क्षेत्र , विभव आदि के बारे में अध्ययन करने वाली शाखा को हम स्थिर विद्युत की कहते हैं | जिसके अंतर्गत हम जो आवेश स्थिर अवस्था में होते हैं और अपने कारण किसी प्रकार का बल उत्पन्न करते हैं या किसी प्रकार का विद्युत क्षेत्र उत्पन्न करते हैं या किसी प्रकार का विद्युत विभव उत्पन्न करते हैं और विज्ञान की किस शाखा में हम इन सब चीजों का अध्ययन करते हैं उस शाखा को स्थिर विद्युत की कहा जाता है |

इसे अंग्रेजी में इलेक्ट्रोस्टेटिक कहा जाता है |

इलेक्ट्रोस्टेटिक  या स्थिरविद्युतिकी , भौतिक विज्ञान की एक शाखा होती है जिसमें उन आवेशों का अध्ययन किया जाता है जो विराम अवस्था में अर्थात स्थिर अवस्था में रहते हैं |

भौतिक विज्ञान की शाखा में जो आवेश स्थिर अवस्था में रहते हैं या जिनमें न के बराबर प्रयोग होता है उनके द्वारा या उनसे जुड़ी विभिन्न प्रकार की परिघटना हो या गुणों से संबंधित जो अध्ययन किया जाता है उस शाखा को इलेक्ट्रोस्टेटिक या स्थिर विद्युत की कहते हैं |

इलेक्ट्रोस्टेटिक या स्थिर विद्युतकी ,  हम इसके नाम में ही देख सकते हैं कि यह स्थिर अवस्था में रहने वाले आवेशों के बारे में बताता है जैसे जब एक प्लास्टिक की छड़ को  रेशम के साथ रगड़ा जाता है तो रेशम का कपड़ा छोटे छोटे कागजों के टुकड़ों को अपनी ओर आकर्षित करने लगता है अर्थात यह रेशन कार्ड कपड़ा आवेशित हो जाता है प्लास्टिक की छड़ पर जो आवेश होता है उसे ऋण आवेश कहते |

स्थिर वैद्युतिकी : इसके बारे में अध्ययन करने से पूर्व समझे कि आवेश तीन तरह से रह सकता है –

स्थिर अवस्था में

एक समान गतिशील अवस्था में

त्वरित गतिशील अवस्था में।

जब आवेश विराम अवस्था में होता है उस स्थिति में विभिन्न आवेश एक दुसरे पर बल आरोपित करते है और आवेशो के मध्य पाए जाने वाले इस बल के कारण ही हमें निम्नलिखित परिघटनाएं देखने को मिलती है –

जब एक कांच की छड को रेशम के कपडे से रगडा जाता है तो रेशम के कपडे में कागज के छोटे टुकडो को अथवा हलके तिनको को आकर्षित करने का गुण आ जाता है।

इसी तरह से जब किसी गुब्बारे में हवा भरकर इस गुब्बारे को कपडे से रगड़कर दिवार के पास ले जाया जाया है तो यह दिवार से चिपक जाता है।

इस प्रकार से स्थिर आवेश के कारण कई प्रभाव उत्पन्न होते है और इन सभी प्रभावों का अध्ययन भौतिक विज्ञान की एक शाखा के अंतर्गत किया जाता है जिसे स्थिर वैद्युतिकी कहते है।

स्थिर वैद्युतिकी की परिभाषा : भौतिक विज्ञान की वह शाखा जिसमे स्थिर अवस्था में स्थित आवेश और इसके कारण उत्पन्न प्रभावों का अध्ययन किया जाता है स्थिर वैद्युतिकी कहलाती है।

स्थिर वैद्युतिकी का दैनिक जीवन में बहुत योगदान है , इसके अनुप्रयोग अंतर्गत निम्नलिखित है –

फोटोस्टेट मशीन स्थिर वैद्युतिकी पर ही आधारित होती है।

इसके अतिरिक्त कंप्यूटर प्रिंटर , विद्युत मेमोरी और भूकंप लेखी (सिस्मोग्राफी) भी स्थिर वैद्युतिकी पर ही आधारित है अथवा स्थिर वैद्युतिकी के अनुप्रयोग है।

Sbistudy

Recent Posts

सारंगपुर का युद्ध कब हुआ था ? सारंगपुर का युद्ध किसके मध्य हुआ

कुम्भा की राजनैतिक उपलकियाँ कुंमा की प्रारंभिक विजयें  - महाराणा कुम्भा ने अपने शासनकाल के…

2 weeks ago

रसिक प्रिया किसकी रचना है ? rasik priya ke lekhak kaun hai ?

अध्याय- मेवाड़ का उत्कर्ष 'रसिक प्रिया' - यह कृति कुम्भा द्वारा रचित है तथा जगदेय…

2 weeks ago

मालकाना का युद्ध malkhana ka yudh kab hua tha in hindi

malkhana ka yudh kab hua tha in hindi मालकाना का युद्ध ? मालकाना के युद्ध…

2 months ago

कान्हड़देव तथा अलाउद्दीन खिलजी के संबंधों पर प्रकाश डालिए

राणा रतन सिंह चित्तौड़ ( 1302 ई. - 1303 ) राजस्थान के इतिहास में गुहिलवंशी…

2 months ago

हम्मीर देव चौहान का इतिहास क्या है ? hammir dev chauhan history in hindi explained

hammir dev chauhan history in hindi explained हम्मीर देव चौहान का इतिहास क्या है ?…

2 months ago

तराइन का प्रथम युद्ध कब और किसके बीच हुआ द्वितीय युद्ध Tarain battle in hindi first and second

Tarain battle in hindi first and second तराइन का प्रथम युद्ध कब और किसके बीच…

2 months ago
All Rights ReservedView Non-AMP Version
X

Headline

You can control the ways in which we improve and personalize your experience. Please choose whether you wish to allow the following:

Privacy Settings
JOIN us on
WhatsApp Group Join Now
Telegram Join Join Now