JOIN us on
WhatsApp Group Join Now
Telegram Join Join Now

हिंदी माध्यम नोट्स

अशुद्ध शब्द का शुद्ध शब्द | अशुद्ध शब्द को शुद्ध करना | कैसे करते है , उदाहरण , कैसे पहचान करे ?

कैसे करते है , उदाहरण , कैसे पहचान करे ? अशुद्ध शब्द का शुद्ध शब्द | अशुद्ध शब्द को शुद्ध करना

नीचे शब्दों की अशुद्धियाँ दी जा रही है।

अशुद्ध       शुद्ध

अर्थातृ    – अर्थात्

उन्मीलीत    – उन्मीलित

अमावश्या    -अमावस्या

उँचाई         – ऊँचाई

उपलक्ष्य    – उपलक्ष

अवत्रति        -अवनति

उश्रृंखल    –    उच्छृंखल

अन्तध्र्यान    –   अन्तर्धान

उत्पात्   –   उत्पात

अन्ताक्षरी   –   अन्त्याभरी

औद्योगीकरण   –   उद्योगीकरण

अद्वितीय   –  अद्वितीय

कलस   –   कलश

अहिल्या   –  अहल्या

कवियित्री   –   कवयित्री

अगामी   –  आगामी

कालीदास   –   कालिदास

अच्र्यना  –  अर्चना

कृतघ्नी   –   कृतघ्न

अनुग्रहीत   –   अनुगृहीत

कुम्भार –   कुम्हार

अनाधिकार   –   अनधिकार

कनिष्ट – कनिष्ठ

अनुशरण -अनुसरण

कैलाश – कैलास

अनिष्ठ – अनिष्ट

अभ्यस्थ -अभ्यस्त

कुशाशन – कुशासन

अपन्हुति -अपह्नुति

कंकन – कंकण

आधीन -अधीन

कियारी – क्यारी

आहवान -आह्वान

केन्द्रीयकरण – केन्द्रीकरण

आकांछा -आकांक्षा

कौतुहल – कौतूहल , कुतूहल

आजीवका -आजिविका

आर्द  – आर्द्र

क्षात्र – छात्र

आमिश -आमिष

क्षत्र – छत्र

आल्हाद -आह्लाद

ग्रहीत – गृहीत

ईर्षा -ईष्र्या

गृहीता – ग्रहीता

इकठ्ठा -इकट्ठा

गिरस्ती – गृहस्थी

उचित् -उचित

गरिष्ट – गरिष्ठ

उर्मी -उर्मि, उर्मि

गर्द्धवगर्दभ

उत्रती -उन्नति

गडुर – गरुड़

गोप्यनीय – गोपनीय

प्रज्ज्वलित -प्रज्वलित

गृहस्थ्य -गृहस्थ

पृष्ट – पृष्ठ

घनिष्ट -घनिष्ठ

प्रनामप्रणाम

चारदीवारी -चहारदीवारी

पुर्व – पूर्व

चिन्ह -चिह्न

पिचास – पिशाच

च्युत् -च्युत

पृथक –  पृथक्

चर्मोत्कर्ष -चरमोत्कर्ष

पृष्ठपेशण –  पिष्टपेषण

छमा -क्षमा

प्रर्याप्त –  पर्याप्त

जागृत – जागरित

प्रत्युत् –  प्रत्युत

जमाता – जामाता

फाल्गुण –  फाल्गुन

जेष्ट -ज्येष्ठ

ब्रत –  व्रत

ज्योत्सना – ज्योत्स्ना

ब्रम्ह –  ब्रह्म

त्याज -त्याज्य

विराट –  विराट्

तड़ित -तड़ित्

भगीरथी – भागीरथी

तत्व -तत्त्व

भाग्यवान –  भाग्यवान्

तिलांजली -तिलांजलि

मुमुर्षू – मुमूर्षु

तलाव -तालाब

मुहुर्त –  मुहूत्र्त

दधिची -दधीचि

महत्व – महत्त्व

द्वन्द -द्वन्द्व

महत्वाकांछा – महत्त्वाकांक्षा

द्वारिका -द्वारका

दिपिका -दीपिकिा

महात्म – माहात्म्य

नरायन – नारायण

यथेष्ठयथेष्ट

निरिह –  निरीह

याज्ञवल्क – याज्ञवल्क्य

नबाव -नवाब

रसायण – रसायन

नछत्र -नक्षत्र

ललायित – लालायित

निमिलित – निमीलित

वाहनी -वाहिनी

नुपुर – नूपुर

व्योहार -व्यवहार

प्रन्तुपरन्तु

विरहणी –  विरहिणी

पुष्कर्नीपुष्करिणी

वाल्मिकी – वाल्मीकि

प्रत्यूस – प्रत्यूष

वांक्षनीय –  वांछनीय

संग्रहित –  संगृहीत

सुलोचनी – सुलोचना

सुर्पनखा – शूर्पणखा

श्वेतांगिनी –  श्वेतांगी

सत्व -सत्त्व

सृजन – सर्जन

प्रत्यय-सम्बन्धी अशुद्धियाँ

स्मसान – श्मशान

अनुसांगिक –  आनुषंगिक

समीति -समिति

अभ्यन्तरिक – आभ्यन्तरिक

स्वास्थ्य -स्वास्थ्य

असहनीय – असह्म

स्थानीत्व -स्थायित्व

अधीनस्थ – अधीन

सुश्रुषा -शुश्रूषा

आलस्यता – आलस्य

सुसुप्ति -सुषुप्ति

इतिहासिक –  ऐतिहासिक

सुसमा -सुषमा

एकत्रित – एकल

सस्यस्यामला –  शस्यश्यामला

ऐक्यता – एक्य,एकता

श्रृंखला -श्रृंखला

श्रृंगार – श्रृंगार

कौशलता -कौशल,कुशलता

श्राप -शाप

चरुताई – चारुता

श्रीयुत् -श्रीयुत

ज्ञानमान् – ज्ञानवान्

शत्रुधन -शत्रुघ्न

तत्कालिक –  तात्कालिक

शुद्धिकरण -शुद्धिकरण

त्रिवार्षिक – त्रैवार्षिक

हिरण्यकश्यपु -हिरण्यकशिपु

दरिद्रता – दारिद्रय , दरिद्रता

लिंगप्रत्यय – सम्बन्धी अशुद्धियाँ

द्वैवार्षिक -द्विवार्षिक

अनाथिनी – अनाथा

निरपराधी –  निरपराध

कोमलांगिनी – कोमलांगी

पौर्वात्य –  प्राच्य , पौर्विक

गायकीगायिका

चातकिनी – चातकी

पूज्नीय – पूज्य , पूजनीय

त्रिनयनी – त्रिनयना

पिशाचिनी – पिशाची

प्रफुल्लित – प्रफुल्ल

भुजंगिनी – भुजंगी

प्रदेशिक –  प्रादेशिक

विहंगिनी -विहंगी

प्रतिनिधिक –  प्रातिनिधिक

प्रमाणिक -प्रामाणिक

छत्रछाया –  छत्रच्छाया

बाहुल्यता – बाहुल्य

जाग्रतावस्था –  जाग्रदवस्था

बहुलता – तदोपरान्त ,तदुपरान्त

महत्व – महत्त्व

दुरावस्था –  दुरवस्था

मान्यनीय –  मान्य , माननीय

नभमंडल –  नभोमंडल

निरोग –  नीरोग

राजनैतिक -राजनीतिक

निर्शेष –  निश्शेष

लम्बप्रतिष्ठित – लब्धप्रतिष्ठ

निर्पेक्ष –  निरपेक्ष

वैमनस्यता – वैमनस्य

पुनर्रचना –  पुनररचना

श्रीमान – श्रीमन् , श्रीमान्

सन्मुख –  सम्मुख

षष्ठम् – षष्ठ

सन्यास -संन्यास

अहोरात्रि –  अहोरात्र

सर्वजनीन – सार्वजनीन

एकतारा –  इकतारा

सौजन्यता – सौजन्य

एकलौता – इकलौता

साभ्यता – साम्य , समता

एकट्ठा –  इकट्ठा

दिवारात्रि -दिवारात्र

सप्ताहिक – साप्ताहिक

पक्षीगण –  पक्षिगण

समुद्रिक – सामुद्रिक , समुद्री

पक्षीराज –  पक्षिराज

भ्राताद्वय – भ्रातृद्वय

संसारिक – सांसारिक

भ्रातागण –  भ्रातृगण

मातदेव – मातृदेव

सन्धि – सम्बन्धी अशुद्धिया

मंत्रीवर – मंत्रिवर

अनाधिकारी – अनाधिकाीर

मंत्रीमंडल –  मंत्रिमंडल

अधगति -अधोगति

योगीराज –  योगिराज

आष्पद – आस्पद

वक्तागण –  वक्तृगण

विद्यार्थीगण -विद्यार्थिगण

उज्वल -उज्ज्वल

स्वामीभक्त – स्वामिभक्त

उपरोक्त – उपर्युक्त

चक्षुरोग – चक्षूरोग

हलन्त-सम्बन्धी अशुद्धिया    ,       चन्द्रबिन्दु एवं अनुस्वार सम्बन्धी अशुद्धिया

प्रत्युत् -प्रत्युत

आंख –  आँख

बुद्धिमान – बुद्धिमान्

ऊंचा –  ऊँचा

भाग्यवान -भाग्यवान्

उंगली –  उँगली

भविष्यतभविष्यत्

जहां – जहाँ

विधिक्त – विधिवत्

दांत – दाँत

मुंहमुँह

Sbistudy

Recent Posts

मालकाना का युद्ध malkhana ka yudh kab hua tha in hindi

malkhana ka yudh kab hua tha in hindi मालकाना का युद्ध ? मालकाना के युद्ध…

1 month ago

कान्हड़देव तथा अलाउद्दीन खिलजी के संबंधों पर प्रकाश डालिए

राणा रतन सिंह चित्तौड़ ( 1302 ई. - 1303 ) राजस्थान के इतिहास में गुहिलवंशी…

1 month ago

हम्मीर देव चौहान का इतिहास क्या है ? hammir dev chauhan history in hindi explained

hammir dev chauhan history in hindi explained हम्मीर देव चौहान का इतिहास क्या है ?…

1 month ago

तराइन का प्रथम युद्ध कब और किसके बीच हुआ द्वितीय युद्ध Tarain battle in hindi first and second

Tarain battle in hindi first and second तराइन का प्रथम युद्ध कब और किसके बीच…

1 month ago

चौहानों की उत्पत्ति कैसे हुई थी ? chahamana dynasty ki utpatti kahan se hui in hindi

chahamana dynasty ki utpatti kahan se hui in hindi चौहानों की उत्पत्ति कैसे हुई थी…

1 month ago

भारत पर पहला तुर्क आक्रमण किसने किया कब हुआ first turk invaders who attacked india in hindi

first turk invaders who attacked india in hindi भारत पर पहला तुर्क आक्रमण किसने किया…

1 month ago
All Rights ReservedView Non-AMP Version
X

Headline

You can control the ways in which we improve and personalize your experience. Please choose whether you wish to allow the following:

Privacy Settings
JOIN us on
WhatsApp Group Join Now
Telegram Join Join Now