परिचय , नामकरण , ऐल्डिहाइड तथा कीटोन दोनों के बनाने की विधियाँ

परिचय :

  1. C=O समूह को कार्बोनिल समूह कहते है।
  2. यदि इसकी दोनों संयोजकताएँ -H से अथवा एक संयोजकता -H से व दूसरी संयोजकता R- से जुडी हो तो एल्डिहाइड बनते है।
  3. कार्बोनिल समूह की दोनों संयोजकताएँ एल्किल समूह से जुडी हो तो किटोन बनते है।
  4. एल्डिहाइड व कीटोन को सम्मिलित रूप से कार्बोनिल है।
  5. इनका सामान्य सूत्र CnH2nOहोता है।

नामकरण :

  1. एल्डिहाइड व कीटोन का IUPAC नाम क्रमशः alkanol alkanone कहते है।
  2. रूड़नाम form , acet , propaion , buter , valer के आधार पर दिया जाता है तथा अन्तः में एल्डिहाइड लगा देते है।

H-CHO Formaldehyde methanol

CH3-CHO axetaldehyde ethanol

CH3-CH2-CH2-CHO butyr aldehyde butanol

नोट  :

–          –    +   – CHO alkanol

= + -CHO alkanol

= + -CO- alkenone

-CHO + -CHO alkanedial

3. यदि एल्डिहाइड व कीटोन दोनों एक ही यौगिक में उपस्थित है तो एल्डिहाइड की तरफ से अंक देने चाहिए यौगिक का नाम alkanol के आधार पर दिया जाता है जबकि कीटोन का नाम 0 x 0 के रूप में पूर्व लग्न बनाकर देते है। 

समावयवता :

एल्डिहाइड व कीटोन एक दूसरे के समावयवी होते है क्योंकि दोनों का सूत्र CnH2nOहोता है।

 एल्डिहाइड तथा कीटोन दोनों के बनाने की विधियां :

  1. एल्कोहल के विहाइड्रोजनन से : यह क्रिया (CU) कॉपर की उपस्थित में 573k ताप की उपस्थिति में की जाती है , इस क्रिया में 10एल्कोहल से एल्डिहाइड जबकि 2एल्कोहल से किटोन बनते है।

CH3-OH → HCHO + H2

CH3-CH2-OH → CH3-CHO + H2

R-CH2-OH → R-CHO + H2

  1. एल्काइन के जलयोजन से :

यह क्रिया तनु H2SOकी उपस्थिति में की जाती है।

असममित एल्काइन से क्रिया मारकोनी कॉफ नियम से होती है।

  1. एल्कोहल के ऑक्सीकरण से :

1एल्कोहल के ऑक्सीकरण एल्डिहाइड जबकि 2एल्कोहल से कीटोन बनते है।

R-CH2-OH + O → R-CHO + H2O