परिचय :
- C=O समूह को कार्बोनिल समूह कहते है।
- यदि इसकी दोनों संयोजकताएँ -H से अथवा एक संयोजकता -H से व दूसरी संयोजकता R- से जुडी हो तो एल्डिहाइड बनते है।
- कार्बोनिल समूह की दोनों संयोजकताएँ एल्किल समूह से जुडी हो तो किटोन बनते है।
- एल्डिहाइड व कीटोन को सम्मिलित रूप से कार्बोनिल है।
- इनका सामान्य सूत्र CnH2nOहोता है।
नामकरण :
- एल्डिहाइड व कीटोन का IUPAC नाम क्रमशः alkanol alkanone कहते है।
- रूड़नाम form , acet , propaion , buter , valer के आधार पर दिया जाता है तथा अन्तः में एल्डिहाइड लगा देते है।
H-CHO Formaldehyde methanol
CH3-CHO axetaldehyde ethanol
CH3-CH2-CH2-CHO butyr aldehyde butanol
नोट :
– – + – CHO alkanol
= + -CHO alkanol
= + -CO- alkenone
-CHO + -CHO alkanedial
3. यदि एल्डिहाइड व कीटोन दोनों एक ही यौगिक में उपस्थित है तो एल्डिहाइड की तरफ से अंक देने चाहिए यौगिक का नाम alkanol के आधार पर दिया जाता है जबकि कीटोन का नाम 0 x 0 के रूप में पूर्व लग्न बनाकर देते है।
समावयवता :
एल्डिहाइड व कीटोन एक दूसरे के समावयवी होते है क्योंकि दोनों का सूत्र CnH2nOहोता है।
एल्डिहाइड तथा कीटोन दोनों के बनाने की विधियां :
- एल्कोहल के विहाइड्रोजनन से : यह क्रिया (CU) कॉपर की उपस्थित में 573k ताप की उपस्थिति में की जाती है , इस क्रिया में 10एल्कोहल से एल्डिहाइड जबकि 20 एल्कोहल से किटोन बनते है।
CH3-OH → HCHO + H2
CH3-CH2-OH → CH3-CHO + H2
R-CH2-OH → R-CHO + H2
- एल्काइन के जलयोजन से :
यह क्रिया तनु H2SO4 की उपस्थिति में की जाती है।
असममित एल्काइन से क्रिया मारकोनी कॉफ नियम से होती है।
- एल्कोहल के ऑक्सीकरण से :
10 एल्कोहल के ऑक्सीकरण एल्डिहाइड जबकि 20 एल्कोहल से कीटोन बनते है।
R-CH2-OH + O → R-CHO + H2O