कार्बोहाइड्रेट या सैकेराइड (carbohydrate in hindi ) : वे प्रकाशिक सक्रिय पोली हाइड्रोक्सी एल्डिहाइड एवं कीटोन अथवा वे पदार्थ जिनके जल अपघटन से पॉली हाइड्रोक्सी एल्डिहाइड व किटोन प्राप्त होते है। कार्बोहाइड्रेट कहलाते हैं।
ये कार्बन के हाइड्रेट होते है इन्हें सैकेराइड भी कहा जाता हैं।
सामान्य सूत्र = Cx(H2O)y
नोट : 1. कुछ यौगिक जैसे फार्मेल्डिहाइड , HCHO व एसिटिक अम्ल , CH3COOH आदि का सामान्य सूत्र Cx(H2O)y के अनुरूप होता है परन्तु ये कार्बोहाइड्रेट नहीं होते है।
- कुछ यौगिक जैसे रैम्नोस , C6H12O5, 2 डी ऑक्सी राइबोज़ आदि का सामान्य सूत्र Cx(H2O)yके अनुरूप नहीं होता परन्तु ये कार्बोहाइड्रेट होते है।
कार्बोहाइड्रेट का वर्गीकरण
1. भौतिक गुणों के आधार पर :
(a) शर्कराएँ : वे कार्बोहाइड्रेट जो स्वाद में मीठे , श्वेत , क्रिस्टलीय एवं जल में विलेय होते है , शर्करा कहलाते है।
उदाहरण : ग्लूकोस , फ्रक्टोस , सुक्रोज , लेक्टोस आदि।
(b) अशर्कराएं : वे कार्बो हाइड्रेट जो स्वादहीन , अक्रिस्टलीय एवं जल में अल्प विलेय या अविलेय होते है अशर्करायें कहलाते है।
example : स्टार्च , सैलुलोज आदि।
- जल अपघटन के आधार पर या आण्विक संरचना के आधार पर :
इस आधार पर कार्बोहाइड्रेट तीन प्रकार के होते है
(a) मोनोसैकेराइड : वे कार्बोहाइड्रेट जिनका जल अपघटन नहीं होता है मोनो सैकेराइड कहलाते है इन्हें सरल शर्करा भी कहते है , जैसे : ग्लूकोस , फ्रक्टोस , मैनोस , राइबोस आदि।
(b) ओलिगो सैकेराइड : वे कार्बोहाइड्रेट जो जल अपघटन पर 2 से 10 मोनोसैकेराइड इकाई देते है ओलिगो सैकेराइड कहलाते है। उदाहरण : सुक्रोस , माल्टोस आदि।
(c) पोली सैकेराइड : वे कार्बोहाइड्रेट जो जल अपघटन पर 10 से अधिक मोनो सैकेराइड इकाइयाँ देते है , पॉली सैकेराइड कहलाते है , इनका अणुभार उच्च होता है। जैसे : स्टार्च एवं सैलुलोस आदि।
कार्बोहाइड्रेट का नामकरण
इनमे नाम के अंत में ओस (ose) लगाते है।
एल्डिहाइड समूह : पूर्वलग्न = एल्डो
कीटोन समूह : पूर्व लग्न = कीटो
उदाहरण –
ग्लूकोस – एल्डो हैक्सोस
फ्रक्टोज – कीटो हैक्सोस
मोनो सैकेराइड :- इनका जल अपघटन नहीं होता है।
उदाहरण : राइबोस – एल्डो पेन्टोस