यौगिको को जैव अणु कहते है , जैसे : प्रोटीन , वसा , कार्बोहाइड्रेट आदि होते है |
ऑक्सिजन , नाइट्रोजन जैसे कार्बनिक व अकार्बनिक पदार्थ संगठित होकर कोशिका के अवयव
बनाते है |
मिलते है , यह जानने के रासायनिक विश्लेषण करते है , इसके लिए सजीव उत्तक को लेकर
ट्राइक्लोरोएसिटिक अम्ल के साथ पिसते है जिससे गाढ़ा रस बन जाता है जिसे कपडे में
रखकर छान लेते है | क्षणिक का प्रयोगशाला में विश्लेषण करने पर हजारों कार्बनिक
यौगिक प्राप्त होते है |
है जिससे कार्बनिक यौगिक वास्तविक होकर अलग हो जाते है , बचे हुए पदार्थ को भस्म
कहते है | भस्म में अनेक अकार्बनिक यौगिक होते है |
तत्व
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भू – पर्पटी में (%)
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मनुष्य शरीर में (%)
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1. हाइड्रोजन (H)
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0.14
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0.5
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2. कार्बन (C)
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0. 03
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18.5
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3. ऑक्सीजन (O)
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46.6
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65
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4. नाइट्रोजन (N)
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बहुत कम
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3.3
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5. सल्फर (S)
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0. 03
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0. 3
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6. सोडियम (Na)
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2.8
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0.2
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7. कैल्शियम (Ca)
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3.6
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1.5
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8. मैग्नीशियम (Mg)
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2.1
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0.1
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9. सिलिकॉन (Si)
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27.7
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नगण्य
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जीव उत्तकों में पाए जाने वाले अकार्बनिक तत्व :-
घटक
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सूत्र
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सोडियम (Na)
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Na+
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पोटेशियम (K)
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K+
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कैल्शियम (Ca)
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Ca++
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मैग्नीशियम (Mg)
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Mg++
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जल (H2O)
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H2O
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अमीनो अम्ल (Amino acid) : एमिनो अम्ल कार्बनिक यौगिक होते है , अमीनो अम्ल के अणु में एक कार्बन परमाणु होता है , कार्बनिक की चारों संयोजकताओ में से एक संयोजकता हाइड्रोजन परमाणु से दूसरी कर्बोक्सिलिक समूह , तीसरी अमीनो समूह तथा चौथी संयोजकता एल्किल समूह से संतुष्ट होती है।
अमीनो अम्ल एक दूसरे से जुड़कर पेप्टाइड बंध बनाते है तथा जल का अणुमुक्त करते है , अमीनो अम्लो की लम्बी श्रृंखला को पोली पेप्टाइड या प्रोटीन कहते है।
एल्किल समूह की प्रकृति के आधार पर अमीनो अम्ल अनेक प्रकार के होते है परन्तु 21 प्रकार के अमीनो अम्ल अनिवार्य होते है।
अमीनो अम्लों के भौतिक व रासायनिक गुण
- अम्लीय – ग्लुटामिक अम्ल
- क्षारीय – लाइसिन
- उदासीन – वेलीन
एल्किल समूहों के आधार पर कुछ अमीनो अम्ल एरोमेटिक प्रकृति के भी होते है जैसे –
- यरोसीन
- फेनिल एनेनिन
- ट्रिप्टोफेन
अमीनो अम्लों में अमीनो समूह व कार्बोक्सिलिक समूहों की उपस्थिति के कारण ये आयनिक प्रकृति के होते है , अमीनो अम्लों की विलेयता विभिन्न pH विलायकों में भिन्न भिन्न होती है।